लखनऊ। छात्रा के यौन शोषण के आरोपों से घिरे पीस पार्टी के अध्यक्ष और विधायक डॉ अय्यूब खान मंगलवार को माड़ियांव कोतवाली अपना पक्ष रखने पहुंचे। इस दौरान लगभग आधे घंटे तक एसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार ने अय्यूब से बात की। इसके बाद जब अय्यूब बाहर निकला तो मीडिया का जमावाड़ा था। मीडिया ने अय्यूब को घेर लिया तो वह मुंह छुपाने लगा।
अय्यूब मीडिया से रूबरू नहीं होना चाहता था और इसीलिए वह गुपचुप तरीके से माड़ियांव कोतवाली में अपना पक्ष रखने पहुंचा था। कोतवाली में अय्यूब जब मीडिया से मुखातिब हुआ तो वह मीडिया पर भड़क गया। अय्यूब ने कहा कि लड़की ने कोई आरोप नही लगाया और उसे लड़की के बयान चाहिए। वही अय्यूब ने कहा कि मीडिया महज टीआरपी के लिए इस मामले को एक मुद्दा बना रही है।
विदित हो कि पीस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अय्यूब खान पर यौन शोषण करने व गलत दवा देकर युवतीं को मौत के मुंह में धकेलने का आरोप है। संतकबीर नगर के एक परिवार के युवक का आरोप है की वर्ष 2012 में डॉ अय्यूब एक जनसभा में उसके परिवार से रूबरू हुए थे। डॉ ने युवक की बहन को चिकित्सक बनाने का दावा किया था। आरोपी चिकित्सक युवती को लेकर लखनऊ चले आये। उन्होंने सीतापुर रोड स्थित बोरा इंस्टिट्यूट में दाखिला करा दिया। इसके बाद अय्यूब ने युवतीं के साथ स बन्ध बनाये और लगातार उसका शोषण करता रहा। युवतीं की तबियत बिगड़ने पर उसे गलत दवा देते रहे जिससे बीते दिनों उसकी मौत हो गई। इस मामले में माड़ियांव पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था लेकिन अय्यूब की गिर तारी पर सवाल बरकरार थे।
खातिरदारी में जुटी पुलिस
मंगलवार को जब अय्यूब अपना पक्ष रखने माड़ियांव कोतवाली पहुंचे तो कोतवाल माड़ियांव नागेश मिश्रा ने अपने केबिन के दारवाजे पर पहरा खड़ा कर दिया और किसी का भी प्रवेश अंदर बंद कर दिया। इस दौरान कोतवाल ने अय्यूब की खूब खतिरदारी भी की। अय्यूब के पहुँचते ही पूरी कोतवाली इस तरह खतिरदारी में जुट गई जैसे कि किसी वीआईपी का थाने पर आना हुआ हो। लगभग एक घंटे बाद एसपी ट्रांसगोमती कोतवाली पहुंचे और पूछताछ की।