आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने मुल्ला फजलुल्लाह की जगह एक धार्मिक विद्वान को अपना नया चीफ बनाया है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई की हत्या करने का आदेश देने वाला फजलुल्लाह इस महीने की शुरुआत में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारा गया था.
पाकिस्तानी तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने शनिवार को बताया कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के कार्यकारी परिषद ने मुफ्ती नूर वली मसूद को अपना नया अध्यक्ष और मुफ्ती माझिम उर्फ मुफ्ती हफजुल्ला को नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया है.
खुरासानी ने पहली बार स्वीकार किया कि फजलुल्लाह अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में ड्रोन हमले में मारा गया.
आतंकी फजलुल्लाह वही था, जिसने पाकिस्तान को सबसे ज्यादा खून के आंसू रुलाया. हालांकि, फजलुल्लाह को पाकिस्तान ने ही पाला-पोशा था और उसको अपने यहां पनाह दी थी. पाकिस्तान के पेशावर स्थित आर्मी स्कूल में 150 से ज्यादा मासूम बच्चों का कत्लेआम करने में फजलुल्लाह का ही हाथ था.
फजलुल्लाह के खात्मे की जानकारी देते हुए अमेरिकी सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन ओ’डोनेल ने बताया था कि अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे कुनार प्रांत में आतंकियों के खात्मे के लिए 13 जून से ही अभियान चलाया था. इसी अभियान के तहत ड्रोन हमले में फजलुल्लाह को निशाना बनाया गया.
अमेरिका की हिट लिस्ट में था
फजलुल्लाह अमेरिका की मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट में था और उस पर करीब 32.5 करोड़ रुपये का इनाम था. अमेरिका के एक राज्य विभाग ने तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) पाकिस्तान प्रमुख मौलाना फजलुल्लाह की पहचान या उसका पता बताने वाले को 50 लाख डॉलर (32.5 करोड़ रुपये) के इनाम की घोषणा की थी.
आतंकी फजलुल्लाह पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान का मुखिया था. टीटीपी को सितंबर 2010 में वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित कर उस पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. फजलुल्लाह कई आतंकी हमलों को अंजाम दे चुका था. उसी ने नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई पर हमला करवाया था.