बता दें कि यमुना नदी में बुधवार को लगातार दूसरे दिन भी पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर रहा। ओल्ड रेलवे ब्रिज पर बुधवार शाम पानी का स्तर 205.79 मीटर पहुंच गया, जो कि खतरे के निशान 204.83 मीटर से ऊपर है। शहर में अभी 1,391 टेंट लगाए गए हैं जहां 98 लोग रह रहे हैं।
अधिकारी ने बताया कि पानी का स्तर अभी ओर ऊपर जा सकता है । अधिकारियों ने चेतावनी भी जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि शाम पांच बजे हथिनी कुंड बैराज से 26,796 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था।मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने मंगलवार को यमुना के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर टेंट लगाने और प्रभावित लोगों को खाना मुहैया कराने के आदेश दिए थे। यमुना नदी ने खतरे का निशान पार कर लिया था और वह 205.24 मीटर पर बह रही थी।
जुलाई में भी नदी का पानी खतरे के निशान से ऊपर आ गया था, जिसके बाद अधिकारियों ने ओल्ड यमुना ब्रिज (लौहे का पुल) बंद करने के आदेश दिए थे। नदी का पानी वर्ष 1978 में सबसे उच्च स्तर 207.49 मीटर पर पहुंचा था।