लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में बगावत थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को लखीमपुर खीरी के पलिया और हरदोई के मल्लावां विधानसभा के विधायकों ने पार्टी सुप्रीमो मायावती पर टिकट बेचने का आरोप लगाया है। हालांकि दोनों विधायकों ने अभी पार्टी छोड़ने की घोषणा नहीं की है। दोनों विधायकों ने राजधानी में एक प्रेसवार्ता आयोजित कर आरोप लगाया कि पार्टी सुप्रीमो मायावती और राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने 6 जुलाई को दोनों को एक-एक कर बुलाया। पलिया के विधायक रोमी साहनी का आरोप है कि उनसे पांच करोड़ रुपये पार्टी फंड में जमा करने को कहा गया जबकि मल्लावां के विधायक से चार करोड़ मांगा गया। दोनों नेताओं ने बताया कि जब हम लोगों ने इतनी अधिक धनराशि देने में असमर्थता व्यक्त की तो नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि जब पैसा नहीं दे पाओगे तो चुनाव कैसे लड़ोगे? साहनी और वर्मा का यह भी आरोप है कि इस समय पार्टी में मायावती के आतंक से अधिकतर विधायक बीमार और दहशत में है। उन्होंने बताया कि लगभग सभी विधायकों से टिकट के बदले पैसा मांगा जा रहा है। जो विधायक पैसा देने की स्थिति में नहीं हैं, उनका टिकट काटकर किसी और को पैसा लेकर दिया जा रहा है। साहनी ने बताया कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने उनसे यह कहा कि किसी होटल व्यवसायी सरदार जी ने तीन करोड़ रुपया दिया है। आप उनका पैसा वापस कर दो, बाकी दो करोड़ बाद में दे देना। एक सवाल के जवाब में विधायकों ने कहा कि मायावती चेक अथवा ड्रफ्ट के रूप में नहीं लेतीं, वह पूरी रकम नगद लेतीं हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले विधानसभा में बसपा विधायक दल के नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने 22 जून को पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने भी मायावती पर टिकट बेंचने का आरोप लगाया था। मौर्या के बाद बसपा के दूसरे नेता आरके चौधरी भी मायावती पर यह आरोप लगाते हुए बसपा छोड़ चुके हैं। दोनों नेता इस समय अलग-अलग फ्रंट बनाकर मायावती के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं।
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