लखनऊ। उत्तर प्रदेश की नगर निकायों में सफाई कर्मचारियों के सृजित पदों के विरूद्ध 40 हजार पदों को शासनादेश द्वारा संविदा की भर्ती से भरे जाने एवं उसमें आरक्षण व्यवस्था लागू किये जाने के विरोध में उत्तर प्रदेशीय सफाई मजदूर संयुक्त संघर्ष समिति के हजारों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को नगर निगम लखनऊ के बाहर धरना दिया। दोपहर बाद कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव भी करने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
उप्र सफाई मजदूर संयुक्त संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक रामप्रसाद वाल्मिकि ने बताया कि दूसरे चरण में प्रदेशभर से हजारों सफाई कर्मचारियों ने नगर निगम पर धरना दिया है। अगर हमारी मांगों को शासन नही मानता है तो 30 जुलाई को प्रदेश की स्थानीय निकायों के समस्त सफाई कर्मचारी कामबंद हड़ताल पर चले जाएंगे। धरना में प्रदेशभर से शामिल हुये प्रमुख नेताओं में रंजीत धानुक, नरेश वाल्मिकी, कमल वाल्मिकी, रमेश चन्द्रा, पन्नालाल, राजू नायब, सुनील, हरीगोपाल धानुक, रवि चौधरी, श्यामलाल पुजारी आदि प्रमुख है।