लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 22 अस्पतालों में जल्द ही नौनिहालों की जान बचाने के लिए सिक बाॅर्न केयर यूनिट खुलेगी। इनमें से राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित डा. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय और लोकबंधु संयुक्त चिकित्सालय शामिल हैं। इन दो अस्पतालों में दो महीने के अन्दर सिक बार्न केयर यूनिट शुरू हो जायेगी। यह जानकारी परिवार कल्याण राज्यमंत्री रविदास मेहरोत्रा ने सोमवार को दी।
क्या हैं सुविधाएं-
एसएनसीयू वार्ड में 14 वार्मर, 6 फोटोथेरेपी, पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन पाइप लाइन और सिलिंडर, सक्शन मशीन लगी होती है।
किस बीमारी की स्थिति में होगा इलाज-
ऐसे नवजात जिनके शरीर का तापमान जन्म के समय सामान्यतरू 35.5 डिग्री सेल्सियस से कम होगा। उनके शरीर का तापमान स्थिर रखने के लिए उनको वार्मर पर रखकर इलाज किया जायेगा।
इनक्यूबलेटर से बेहतर है वार्मर-
चिकित्सकों के मुताबिक वार्मर मशीन पहले प्रयोग में आने वाली इन्क्यूबलेटर से बेहतर है। वार्मर में सेंशर लगा होता है। इसका लाभ यह है कि जैसे ही शरीर का तापमान सामान्य तापमान से अधिक होता है यह अपने आप बंद हो जाता है और कम होने पर स्वतरू चालू हो जाता है। जबकि इन्क्यूबलेटर में ऐसा नहीं था। उसमें हर पल तापमान की निगरानी कर उसको घटाना बढ़ाना पड़ता है।
ऑक्सीजन की मिलती है जानकारी-
पल्स ऑक्सीमीटर के माध्यम से बच्चे के मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कितनी मात्रा है। इसका मापन होता है। इसके अनुसार ऑक्सीजन की कमी होने पर अलग से ऑक्सीजन दी जाती है। इसके अलावा सक्शन मशीन से बच्चे के सीने में किसी प्रकार के जकड़न आदि का इलाज किया जाता है।
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