जगदलपुर। बारिश थमने और नदियों का पानी उतरते ही सैकड़ों वाहनों से रेत की अवैध निकासी शुरू हो गई है। विभिन्न पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होने पर खनिज विभाग पर रेत माफियों के साथ सांठगांठ का आरोप लगाया जा रहा है इन दिनों संभाग भर की प्रमुख नदियों से रेत उत्खनन की खबरें आ रही है।
बताया गया कि खनिज विभाग प्रति वर्ष अप्रैल में रेत उत्खनन के लिए ग्राम पंचायतों को लीज देती है। पंचायतों को ही रायल्टी पर्ची काटने का अधिकार दिया गया हैं, ताकि रेत बेचने की राशि से ग्राम का विकास हो सके, लेकिन खनिज विभाग को जानकारी दिए बगैर ही अधिकांश खदानों में रेत निकालने का काम शुरू कर दिया है। यहां न तो रायल्टी पर्ची काटी जा रही है, न ही पंचायत खाते में राशि जमा की जा रही है।
इन दिनों बस्तर में इन्द्रावती, नारंगी, मारकंडी के अलावा लोहण्डीगुड़ा इलाके के कई नदियों से रेत निकाला जा रहा है। वहीं दंतेवाड़ा की हारम, शंखनी- डंकनी, तुमनार व गीदम क्षेत्र के नाला से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रेक्टर रेत की निकासी जारी है।
इधर बजावंड इलाके की खदानों में जेसीबी मशीनों से ट्रकों में रेत लोड कर बस्तर के अलावा दूसरे राज्यों में बेचा जा रहा है अधिकारियों की उदासीनता के कारण ही खदानों से रेत उत्खनन बेरोक-टोक जारी है।