नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि 2011 से 2014 के बीच निर्माण क्षेत्र की हालत बहुत खराब रही और मौजूदा सरकार अल्पकालिक व दीर्घकालिक उपायों के जरिए इसके पुनरत्थान के लिए काम कर रही है। मोदी ने इस संबंध में मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (सीसीईए) द्वारा निर्माण क्षेत्र के लिये हाल में लिये गये फैसले का जिक्र किया।
उन्होंने पेशेवरों की नेटवर्किंग वेबसाइट लिंक्डइन पर एक पोस्ट में लिखा है, ‘सीसीईए व केंद्रीय मंत्रिमंडल की 31 अगस्त 2016 की बैठक में भारत सरकार ने एफडीआई, निवेश व मेक इन इंडिया को बल देने के लिए अनेक महत्वपूर्ण फैसले किए। ‘ उन्होंने लिखा है, ‘मुझे खुशी है कि सीसीईए ने निर्माण क्षेत्र को बल देने के लिए कदम उठाए हैं, जिनकी वृद्धि भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत मायने रखती है। ‘ उन्होंने लिखा है कि 2011 से 2014 के दौरान ‘अनेक लंबित परियोजनाओं के कारण’ निर्माण क्षेत्र बहुत बुरी तरह से प्रभावित हुआ और ‘रकावट की इस अवधि ने अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रतिकूल असर डाला। ‘ प्रधानमंत्री ने लिखा है कि राजग सरकार इन मुद्दों के समाधान के लिए लगातार काम कर रही है।