धर्मशाला। निर्वासित तिब्बती सरकार के मुख्यालय धर्मशाला व देश के अन्य क्षेत्रों में निर्वासन में रह रही तिब्बती मूल की नर्सों के लिए भारत सरकार ने बड़ी राहत दी है। केंद्र सरकार ने इन तिब्बती नर्सों के पंजीकरण को मान्यता देने की बात कही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार भारत सरकार के हेल्थ एंड फैमिली वैल्फेयर मंत्रालय की तरफ से एक पत्र में कहा गया है कि तिब्बती मूल से ताल्लुक रखने वाली उन सभी नर्सों के पंजीकरण को मान्यता दे दी जाएगी, जिन्होंने इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त इंस्टीच्यूट से शिक्षा प्राप्त की होगी। धर्मशाला स्थित दलाईलामा ब्यूरो कार्यालय को हेल्थ एंड फैमिली वेल्फेयर मंत्रालय के सचिव सी.के. मिश्रा की तरफ से मिले पत्र में कहा गया है कि जिन तिब्बती छात्राओं ने इंडियन नर्सिंग काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से नर्सिंग का प्रशिक्षण हासिल किया है उन्हें पंजीकरण के लिए अधिकृत किया जाता है।गौर रहे कि हेल्थ एंड फैमिली वेल्फेयर मंत्रालय भारत सरकार के सचिव का यह पत्र दलाईलामा ब्यूरो कार्यालय की तरफ से 3 मार्च 2016 को दायर की गई अपील के संदर्भ में आया है। उत्तराखंड में तिब्बती मूल की नर्सों के बर्थ सर्टिफिकेट को लेकर सवालिया निशान खड़ा हुआ था। उसके बाद ही दलाईलामा ब्यूरो कार्यालय की तरफ से हेल्थ एंड फैमिली वेल्फेयर मंत्रालय के साथ पत्राचार शुरू किया गया था।