उदयपुर। नोट दोगुना करने के बहाने तंत्र-मंत्र का ढ़ोंग रचकर पांच लाख रूपए लेकर भागे एक तांत्रिक और इसके चालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले में एक आरोपी फरार हो गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि झरनों की सराय देबारी निवासी गोपालदास वैष्णव ने मामला दर्ज करवाया कि वह ईंट-भट्टे का काम करता है और कुछ समय पारिवारिक और आर्थिक रूप से परेशान चल रहा था। वह लम्बे समय से किसी तांत्रिक को तलाश कर रहा था। इसी दौरान उसका परिचय प्रतापगढ़ निवासी ईश्वर से हुआ। गोपालदास ने ईश्वर को किसी तांत्रिक के बारे में पूछा था तो ईश्वर ने भी शीघ्र ही तांत्रिक भेजने का आश्वासन दिया था। ईश्वर मीणा का एक मित्र बांसवाड़ा निवासी मनीष उर्फ विशाल कनीपा करीब डेढ़ माह पूर्व गुजरात अम्बाजी में गया था। वहां पर उसका सम्पर्क स्वयं को तांत्रिक बताने वाले भूतनाथ उर्फ बुद्धनाथ उर्फ भोलाराम से हुआ था। मनीष वापस लौटा तो ईश्वर ने मनीष को गोपालदास के बारे में जानकारी दी और किसी तांत्रिक से मिलवाने को कहा। मनीष वापस अम्बाजी गया और फर्जी तांत्रिक भूतनाथ को लेकर आया। मनीष और फर्जी तांत्रिक भूतनाथ ने पहले ही साजिश रच ली कि जहां वे जा रहे है वहां पर लोगों को धोखा देकर लाखों रूपए लेकर फरार हो जाएंगे।
मनीष और फर्जी तांत्रिक भूतनाथ गोपालदास के घर पर पहुंचे। रकम दोगुनी करने का झांसा देकर हवन पूजन के दौरान ही तांत्रिक भूतनाथ ने गोपालदास से पैसों की व्यवस्था करने के लिए कहा तो गोपालदास ने ब्याज पर पांच लाख रूपए उधार लिए। रात भर पूजन करने के बाद आरोपी तांत्रिक भूतनाथ ने सारे पैसे अपने कब्जे में किए और सुबह मनीष व ईश्वर मीणा के साथ रकम लेकर फरार हो गया।
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस टीम ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। तलाश के दौरान ही जानकारी में आया कि फर्जी तांत्रिक भूतनाथ और चालक मनीष पुन: किसी वारदात के लिए उदयपुर आ रहे है। इस पर पुलिस ने केवड़े की नाल में दबिश देकर आरोपियों को पकड़ा और थाने पर लेकर आए। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि साथ में मौजूद ईश्वर मीणा यहां से रवाना होने के करीब पांच किलोमीटर बाद में ही उतर गया था। फर्जी तांत्रिक भूतनाथ का कहना है कि उसने पूर्व में मध्यप्रदेश और गुजरात में कुछ स्थानों पर इसी तरह की वारदात की थी।