नई दिल्ली। यूपी में चुनावी संग्राम के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि अगर उनके परिवार में झगड़ा नहीं हुआ होता तो सपा का कांग्रेस से गठबंधन भी नहीं होता।
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में अखिलेश ने कहा कि कांग्रेस से गठबंधन कुछ खास परिस्थितियों में हुआ है, अगर परिवार में कलह नहीं हुआ होता तो यह गठबंधन भी नहीं होता।
अखिलेश ने कहा कि राहुल गांधी से उनकी केमिस्ट्री बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि हम दोनों एक उम्र के हैं और एक तरह सोचते हैं। अखिलेश ने कहा कि राहुल गांधी चाहते हैं कि देश और सूबे का विकास हो, हम भी ऐसा ही चाहते हैं।
इस तरह के गठबंधन की जरूरत कब महसूस हुई, इस सवाल के जवाब ने अखिलेश ने कहा कि कई बार समय और परिस्थितियां यह फैसला करती हैं कि आप किसके साथ गठबंधन करते हैं।
सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘मैं और राहुल जी दोनों ही युवा नेता हैं। अतीत में कांग्रेसियों और समाजवादियों के बीच संघर्ष हो चुके हैं। लेकिन यह याद रखना चाहिए कि सभी समाजवादी नेता कांग्रेस के ही प्रॉडक्ट हैं। उस समय कांग्रेस इकलौती विरोधी पार्टी थी। स्पष्ट तौर पर जब एक ही सत्ताधारी पार्टी हो तो सभी उसी के खिलाफ लड़ेंगे।’
अखिलेश ने कहा कि आज वक्त बदल चुका है। हमें ऐसे राजनीतिक गठबंधनों की जरूरत है जो देश के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने की रक्षा कर सकें और बीजेपी जैसी सांप्रदायिक पार्टियों से लड़ सकें।’