लखनऊ। अपना चुनाव निकल जाने के बाद शिवपाल ने एक बार फिर अपने तेवर दिखला दिए। मुख्यमंत्री और अपने ही भतीजे के हाथों सपा में किनारे लग गए शिवपाल को आशंका थी कि उनके मुंह खोलने से उनका चुनाव गड़बड़ा जाएगा इसलिए शिवपाल ने तीसरे चरण के मतदान के बाद बुधवार को कहा कि सपा में अगर 11 मार्च के बाद उनका अपमान नहीं हुआ तभी वह पार्टी में रहेंगे।
एक न्यूज चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शिवपाल ने कहा कि समाजवादी पार्टी में जो कुछ भी मनमुटाव है, उसे ठीक करने के लिए अब भी तैयार हैं। उन्होंने कहा कि परिवार को ठीक करने की जिम्मेदारी ‘नेताजी’ और मुख्यमंत्री पर है। मुख्यमंत्री बड़े पद पर हैं, इसलिए उन्हें पहल करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पहले भी उन्होंने सबकुछ ठीक करने के लिए मुख्यमंत्री से संपर्क रखा था, लेकिन उस तरफ से संपर्क करने की पहल नहीं हुई थी। शिवपाल ने कहा, ‘मैं चाहता हूं कि नेताजी का सम्मान हमेशा बने रहे। मैं नेताजी के साथ हूं और उनका जो आदेश होगा वही करूंगा। मैं वहां नहीं जाना चाहता, जहां कांग्रेस के उम्मीदवार हैं लेकिन अगर नेताजी कहेंगे तो मैं जरूर सपा के लिए प्रचार करूंगा।’ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बारे में कहा कि उन्हें मेरे बारे में कई गलतफहमियां हैं। कुछ लोगों ने भड़काया है।
शिवपाल यादव ने मतदान के दिन हुए पथराव को भी साजिश बताया। उन्होंने कहा कि वोटिंग के दौरान जान-बूझकर ये साजिश रची गई। शिवपाल यादव इटावा के जसवंतनगर से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरे चरण के मतदान के दौरान 19 फरवरी को मतदान के दौरान हंगामा और पथराव हुआ जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
उन्होंने कहा कि वहां शांतिपूर्ण तरीके से मतदान हो रहा था। पुलिस ने लाइन में लगे मतदाताओं पर, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं, बिना किसी वजह के लाठीचार्ज किया। किसी बड़े के इशारे पर डीएम और एसपी ने कार्रवाई करवाई। शिवपाल यादव ने कहा कि कि 11 मार्च के बाद पता चल जाएगा कि इस साजिश के पीछे कौन था। शिवपाल ने कहा कि उन्होंने ही मुझे हराने के लिए यह साजिश रची।