उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर (Bulandshahr violence) में स्याना हिंसा को बुधवार को करीब 31 दिन बीत गए, किंतु कार्रवाई के नाम पर पुलिस अभी तक मात्र 30 ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सकी है। 56 आरोपी अभी भी फरार हैं। फरार आरोपियों की धरपकड़ में पुलिस को सफलता नहीं मिल रही है। सोमवार रात भी पुलिस की टीमों ने कई स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान एक आरोपी कलुआ पकड़ में आ गया, किंतु मुख्य आरोपी समेत अन्य चिन्हित आरोपियों को पकड़ा नहीं जा सका।.
3 दिसंबर को स्याना में गोकशी को लेकर हुई हिंसा में स्याना कोतवाल सुबोध कुमार सिंह (subodh kumar singh) और एक युवक सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस को हालात काबू करने में अच्छी-खासी मशक्कत करनी पड़ी। हिंसा में स्याना कोतवाली में एसआई सुभाष की ओर से 27 नामजद और 50-60 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। पुलिस अधिकारियों द्वारा आरोपियों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ के अलावा क्राइम ब्रांच और पुलिस की 15 टीमों को लगाया गया है। बुधवार को घटना को करीब 31 दिन बीत गए, किंतु पुलिस को बेहद कम सफलता मिल सकी है।
पुलिस द्वारा नामजद एवं अज्ञात आरोपियों में से अभी तक 30 आरोपियों को ही पकड़ा जा चुका है। सोमवार रात भी पुलिस की टीमों ने करीब 15 स्थानों पर दबिश दी। स्याना पुलिस को आरोपी कलुआ को गिरफ्तार करने में सफलत मिली, जबकि अन्य टीमें खाली हाथ ही रहीं। फरार आरोपियों की फेहरिस्त में मुख्य आरोपी योगेश राज, शिखर अग्रवाल समेत 56 आरोपी शामिल हैं। एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस टीमें लगातार प्रयासरत हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिलने की उम्मीद है। पुलिस फरार आरोपियों को पकड़नेमें लगी हुई है।