मुंबई। महाराष्ट्र विधान सभा में मंगलवार को विदर्भ का मुद्दा उठा और हंगामा भी हुआ। इस पर देवेंद्र फडनवीस ने विधानसभा में खुद को अखंड महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि पृथक विदर्भ का प्रस्ताव सरकार के सामने अभी तक नही आया है और यह निर्णय सरकार के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
उन्होंने कहा कि यह निर्णय केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र का है। भाजपा की सोच पहले से ही छोटे राज्यों की रही है और शिवसेना की भूमिका अखंड महाराष्ट्र की रही है। इसके बावजूद हम लोग मिलकर सरकार चला रहे हैं। जब अभी तक विदर्भ का प्रस्ताव नही है तो इसलिए इस पर होने वाली चर्चा यही समाप्त की जानी चाहिए।
विधानसभा में अखंड महाराष्ट्र के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हे राज्य की जनता ने मुख्यमंत्री बनाया है इसलिए उनका इस्तीफा मांगने का हक सिर्फ राज्य की जनता को है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने अखंड महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रुप में शपथ ली है इसलिए देश के संविधान के प्रति प्रमाणित रहते हुए वह काम कर रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री के निवेदन के बाद भी विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ है और सदन में शोर शराबा जारी रहा।