बंगाल की खाड़ी के ऊपर लापता हुए AN-32 विमान की तलाश शनिवार को भी जारी है और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर बड़े स्तर पर शुरू किए गए इस तलाश अभियान की निगरानी करने के लिए चेन्नै पहुंच गए हैं। विमान में 29 लोग सवार थे। रक्षा सूत्रों ने बताया कि तलाश पूरे जोरों से जारी है और अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। तलाशी अभियान में एक पनडुब्बी, आठ विमान और 13 पोत लगाए गए हैं।
इंडियन एयर फोर्स (आईएएफ) अधिकारी का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में अभी तक विमान के मलबे के कोई निशान नहीं मिले हैं। आईएएफ के जनसंपर्क अधिकारी विंग कमांडर अनुपम बनर्जी ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया, ‘तलाश जारी है। इस संदर्भ में कोई भी सूचना आती है तो उसके बारे में बताया जाएगा।’ एक तटरक्षक अधिकारी ने बताया कि तलाशी दल को बंगाल की खाड़ी में किसी भी विमान का मलबा नहीं मिला है।
चेन्नै से पोर्ट ब्लेयर के लिए रवाना हुआ भारतीय वायुसेना का परिवहन विमान शुक्रवार को लापता हो गया था। इस विमान में चार अधिकारियों समेत 29 लोग सवार हैं। एएन-32 विमान ने चेन्नै के ताम्बरम से सुबह साढ़े आठ बजे उडान भरी थी और उसके 16 मिनट बाद उससे आखिरी बार संपर्क किया गया था। यह विमान दोबारा ईंधन भरे बगैर चार घंटों तक उड़ सकता है। भारतीय रक्षा बल के एक अनुभवी पायलट के मुताबिक ‘नो टॉक/रेडियो जोन’ या ‘डेड जोन’ में सिर्फ ‘विनाशकारी परिस्थिति’ से ही कोई विमान अचानक नष्ट हो सकता है।
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