इंदौर। बड़वाह में एचडीएफसी बैंक के मैनेजर मुकुल माथुर के अपहरण की कहानी से मंगलवार को पूरी तरह पर्दा उठाते हुए पुलिस ने उसे झूठी रिपोर्ट लिखवाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। वह दो दिन तक नए-नए बहाने बनाकर पत्नी, साले और दोस्त को फिरौती के लिए कॉल करता रहा।
एएसपी के मुताबिक मुकुल की पत्नी प्रियंका की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज किया गया था। पुलिस मोबाइल लोकेशन के आधार पर जांच कर रही थी। अचानक मंगलवार शाम करीब 7 बजे मुकुल ने पत्नी को कॉल किया। उसने हांफते हुए कहा- मैं बदमाशों को चकमा देकर भाग रहा हूं।
बदमाश मेरा पीछा कर रहे हैं, लेकिन मैं सामने दिख रहे थाने में घुस गया हूं। अब मुझे कोई खतरा नहीं है।’ इस कॉल ने पुलिस को चौंका दिया। कुछ देर बाद भीमगंज (कोटा) पुलिस का कॉल आया। पुलिस ने कहा मुकुल सुरक्षित है, शहर में नाकाबंदी करवा दी है और अपहर्ताओं की तलाश जारी है।
सर्चिंग करने गए तो निकली फर्जी कहानी
पुलिस ने मुकुल से पूछताछ की तो उसने बताया थाने से थोड़ी दूर पांच बदमाश जीप में बैठे थे। वह कॉल करने और सिगरेट पीने के बहाने उतरा और भागकर थाने में घुस गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्षेत्र की सर्चिंग की। शहर की नाकाबंदी करवाई और लोगों से पूछताछ की। लोगों ने ऐसी घटना से इंकार कर दिया। शंका होने पर अफसरों ने तत्काल टीम रवाना की और मुकुल को कब्जे में ले लिया। प्रारंभिक पूछताछ में उसने झूठी कहानी गढ़ना भी कबूल कर लिया।
ऐसे बनाई कहानी
मुकुल ने कहा रात करीब 10.30 बजे एक अपहर्ता ने कार में बैठा लिया। उसने कट्टा अड़ाया और तेजाजी नगर, राउ, बायपास ले गया। देर रात खजराना स्थित पार्किंग में लेकर आ गया। उसने धमकी दी और कहा दोनों कार में ही सो जाते हैं। वह उसके साथ कार में ही सो गया। दूसरे दिन वह रतलाम ले गया।
यहां चार बदमाश जीप से आए। उन्होंने कार छोड़कर उसमें बैठा लिया। बदमाश उसे बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़ होते हुए कोटा ले गए। भीमगंज में वह सिगरेट पीने के बहाने उतरा और भाग गया। एएसपी के मुताबिक फिरौती मांगने में एक अन्य व्यक्ति ने मुकुल की मदद की थी। पुलिस उसके बारे में पूछताछ कर रही है।
लड़की से नहीं था संपर्क
एएसपी के मुताबिक अभी तक की जांच में अपहरण की साजिश में लड़की का कोई रोल नहीं है। गायब होने के पहले और बाद में मुकुल ने लड़की से बात भी नहीं की थी।