लखनऊ। भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की मायावती पर टिप्पणी के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गयी है और दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ आरोप प्रत्यारोप लगानें में जुटीं हुई हैं वही समाजवादी पार्टी इस मुद्दे पर दोनों दलों की खिंचाई करने में लग गयी है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा को सलाह दी है कि वह लोग भी बसपा सुप्रीमो मायावती को बुआ बोल दो, रक्षाबंधन आ रहा है भाजपा के लोग माफी मांग लें। इतना ध्यान रखना बुआ सत्ता में आई तो बाहर ही चप्पल उतारकर आना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को भाजपा और बसपा पर तंज कसते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियां मजबूती से लड़े, सरेंडर न करे। उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान होना चाहिए। बसपा के नेताओं ने मंच से अभद्र भाषा बोली जो अनुचित है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा और बसपा में जारी जंग के बीच कहा कि भाजपा के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह ने जो कुछ कहा वो निंदनीय है, लेकिन बसपा में टिकट बेचे जाते हैं इसमें भी कोई दो राय नहीं। उन्होंने कहा कि एक की जुबान फिसली नहीं कि दोनों ओर से गालियों की बौछार होने लगी है. भाजपा और बसपा द्वारा दर्ज प्राथमिकी पर उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा, कानून सबके लिए बराबर है। इसके साथ ही श्री यादव ने भी एम्स की स्थापना के लिए अपनी दावेदारी ठोंकते हुए कहा कि उनकी सरकार ने एम्स के लिए मुफ्त में जमीन मुहैया कराई है। सभी जानते हैं कि गोरखपुर में जमीन कितनी महंगी है और यह मिलना कितना मुश्किल है। अब फैसला जनता के हाथ में है।
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