मलपुरा की संजली। उसके साथ जो हुआ, सब को झकझोर गया। जगनेर रोड स्थित अशर्फी देवी छिद्दू सिंह इंटर कॉलेज की छात्रा संजली पर पेट्रोल उड़ेल आग लगा दी गई। गंभीर हालत में उपचार के दौरान संजली ने दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल में गुरुवार को दम तोड़ दिया। संजली के जाने के बाद लोगों के दिलों में गम, गुबार और गुस्सा है। सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन हो रहे हैं। कलक्ट्रेट पर भीम आर्मी, समाजवादी पार्टी और किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रशासन से मांग की है कि दो दिन पर्दाफाश करे और आरोपितों को जेल भेजें। वर्ना उग्र आंदोलन होगा। उधर संजली के स्कूल के साथी भी गमजदां हैं और उसे आग के हवाले करने वाले युवकों का सुराग लगाने में जुटे हैं।
संजली की मौत सभी को झकझोर गई है। गुरुवार सुबह जैसे ही उसकी मृत्यु की खबर आई। लोगों का आक्रोश फूट पड़ा। कलक्ट्रेट पर अलग-अलग संगठनों के लोग जुट गए। सबसे पहले भीम आर्मी, उसके बाद समाजवादी पार्टी और फिर किसान यूनियन ने प्रदर्शन किया। एसएसपी अमित पाठक से मांग की गई है कि संजली पर पेट्रोल डालकर आग लगाने वाले युवकों को जनता के बीच लाया जाए। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।
उधर संजली के स्कूल का हर बच्चा उसकी सलामती की प्रार्थना कर रहा था। स्कूल में भी शोक की लहर है। साथ ही एक बड़ी जिम्मेदारी भी बच्चों ने अपने सिर उठाई है। सैकड़ों विद्यार्थी घटना की सुरागरसी में मंगलवार शाम से ही जुट गए थे। स्कूल से आने के बाद भी सबने अपने-अपने तरीके से आरोपितों का सुराग लगाने का प्रयास किया। बच्चों में आक्रोश और पर्दाफाश को लेकर बेचैनी इतनी थी कि बुधवार को स्कूल पहुंचे पुलिस अधिकारी भी सभी कक्षाएं फुल देखकर चौंक गए। इन्होंने छात्रों से कुछ जानकारियां हासिल भी कीं।
गौरतलब है कि मलपुरा के लालऊ निवासी हरेंद्र सिंह की पुत्री संजली (15 वर्ष) को मंगलवार दोपहर स्कूल से लौटते समय बाइक सवार दो युवकों ने पेट्रोल उड़ेलकर जला दिया था। संजली स्थानीय अशर्फी देवी छिद्दू सिंह इंटर कॉलेज में दसवी की छात्रा थी। इसमें 650 बच्चे पढ़ते हैं। घटना के बाद एसएसपी अमित पाठक स्कूल पहुंचे थे। हालांकि तब तक सभी बच्चे जा चुके थे, मगर एसएसपी के आने की खबर लगते ही करीब तीन दर्जन छात्र स्कूल लौट आए। ये छात्र स्थानीय कोचिंग में चले गए थे। इन्होंने एसएसपी को न केवल कई जानकारियां दी थीं, बल्कि आरोपितों के बारे में जानकारी जुटाने को हर संभव मदद का वादा भी किया। इन छात्रों ने ऐसा किया भी। घर पहुंचने के बाद भी आसपास के गांवों में संदिग्धों के बारे में पता करते रहे। बुधवार को छात्रों की उपस्थिति देखकर स्कूल प्रशासन दंग रह गया। सभी कक्षाएं फुल थीं।
बुधवार को सीओ नम्रता श्रीवास्तव स्कूल पहुंचीं। छात्रों से उन्होंने कुछ जानकारियां साझा कीं। एक संदिग्ध का फोटो भी दिखाया। हालांकि किसी भी छात्र ने इसे पहचानने से इन्कार कर दिया।
प्रधानाचार्य चंद्रवीर सिंह ने बताया कि संजली के निधन से सभी बच्चे शोकग्रस्त हैं। घटना को लेकर छात्रों ने ठान ली है कि संजली के आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक कोई भी छात्र छुट्टी नहीं करेगा।