इंडानेशिया की आपदा एजेंसी ने शनिवार को कहा कि एक इंडोनेशियाई शहर में भूकंप और सुनामी के कारण अब तक 48 लोग मारे गए हैं. एजेंसी ने भूकंप-सुनामी की इस घटना के बाद पहली बार मृतकों का आधिकारिक आंकड़ा बताया है. आपदा एजेंसी ने कहा कि सुलावेसी द्वीप के पालू में 356 लोग जख्मी भी हुए हैं. वहां पांच-पांच फुट की लहरें उठीं और 350,000 आबादी वाले इस शहर को अपनी चपेट में ले लिया.
लोमबोक द्वीप से ज्यादा तीव्रता वाला भूकंप
आपदा एजेंसी के भूकंप एवं सुनामी प्रभाग के अध्यक्ष रहमत त्रियोनो ने बाद में पुष्टि की कि शहर में सुनामी की तेज लहरें आई हैं. भूकंप के बाद किसी के भी हताहत होने की खबर नहीं थी लेकिन इस भूकंप की तीव्रता इस वर्ष की शुरुआत में लोमबोक द्वीप में आए भूकंप से कहीं अधिक थी जिसमें सैकड़ों लोगों के जख्मी होने की खबर है. वहीं, काफी संख्या में लोग गायब बताए जा रहे हैं.
डर के कारण खौफजदा दिखे लोग
आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो नुगरोहो ने एक बयान में कहा, “भूकंप में कई इमारतों के ढह जाने की खबरें हैं. ” एजेंसी द्वारा जारी की गई तस्वीरों में क्षतिग्रस्त हुई इमारतों को देखा गया. भूकंप के झटकों की खबर मिलने के बाद लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकलें. न्यूज एजेंसी की ओर से जारी की गई तस्वीरों में लोगों के चेहरे पर भूकंप के प्रति दहशत साफ देखने को मिल सकती है. वहीं, आपदा प्रबंधन की ओर से भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी जारी करने के बाद लोग अपनी कारों, ट्रकों में जाकर छुपते हुए दिखाई दिए.
राहत व बचाव कार्य शुरू
भूकंप के बाद इंडोेनेशिया में आए भूकंप से प्रभावित लोगों को सही स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. वायु सेना स्थानीय पुलिस की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही है. वहीं, भूकंप के कारण ढह गई इमारतों में फंसे लोगों को निकलाने का काम भी जारी है.
इंडोनेशिया में बार-बार आते हैं भूकंप
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया में अक्सर भूकंप के झटके महसूस किए जाते है. दरअसल, इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति ही है ऐसी है कि यहां पर अक्सर भूकंप का खतरा बना रहता है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2004 में पश्चिमी इंडोनेशिया के सुमात्रा में 9.3 तीव्रता का भूकंप आया था. इसके कारण आयी सुनामी के कारण हिंद महासागर क्षेत्र के कई देशों में 2,20,000 लोग मारे गये थे