मकर संक्रांति पर बिहार में दही-चूड़ा का सियासी भोज जमकर चल रहा है। मंगलवार को कांग्रेस ने सदाकत आश्रम स्थित पार्टी कार्यालय में महागठबंधन के नेताओं को भोज दिया। भोज में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, वीआइपी पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी समेत अन्य नेता पहुंचे हुए हैं।
सदाकत आश्रम में दही-चूड़ा के भोज में पहुंचनेवाल महागठबंधन के दिग्गज नेताओं का स्वागत कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने किया। हालांकि हम पार्टी के मुखिया जीतनराम मांझी इस महाभोज में नहीं पहुंच सके हैं। उनके बारे में कहा गया है कि वे व्यक्तिगत कारणों से इसमें शामिल नहीं हो पाए हैं। मांझी के प्रतिनिधि के रूप में हम की ओर से वृष्णि पटेल पहुंचे हुए हैं।
महागठबंधन के अन्य नेताओं में राजद की ओर से अब्दुल बारी सिद्दीकी, कांग्रेस के शकील अहमद, हम के वृष्णि पटेल सहित अन्य नेता शामिल थे। इस संबंध में कांग्रेस प्रवक्ता सरोज तिवारी ने बताया कि भोज में शामिल होनेवाले महागठबंधन के नेताओं की अगुवानी प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने की। उन्होंने कहा कि काफी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता भी शामिल थे। यह लगातार ध्यान रखा जा रहा था कि किसी को दिक्कत नहीं हो।
बता दें कि इस बार राबड़ी देवी के आवास पर मकर संक्रांति के भोज का आयोजन नहीं किया गया है। बताया कि विधान पार्षद अहमद मोहसिन के निधन के कारण इस बार भोज को रद्द कर दिया गया। हालांकि चर्चा यह भी थी कि चूंकि लालू प्रसाद यादव को जमानत नहीं मिल सकी, जिससे वे पटना नहीं आ सके। ऐसे में मकर संक्रांति का भोज नहीं दिया जा सका।
उधर जदयू ने सोमवार को मकर संक्रांति का भोज दिया। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने मकर संक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा का भोज अपने 36 हार्डिंग रोड स्थित आवास पर दिया। इसमें चूड़ा-दही के साथ सियासी बातें भी खूब हुईं। सोमवार को किये गये इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी नेता सुशील मोदी, लोजपा नेता रामविलास पासवान, चिराग पासवान से लेकर तमाम दिग्गज नेता पहुंचे थे।