अमेरिका की एक मस्जिद के इमाम और उसके सहयोगी को एक अज्ञात बंदूकधारी ने दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। इमाम का नाम मौलाना अकोन्जी था और उनकी उम्र 55 साल थी। वह बांग्लादेशी मूल के थे। उनके साथ जिस शख्स को गोली मारी गई उसका नाम थारा उद्दीन था। उनकी उम्र 64 साल थी। दोनों मस्जिद से नमाज पढ़कर अपने घर की तरफ जा रहे थे। तभी मध्यम रूप-रंग के एक युवक ने उनका पीछा किया। युवक गहरे रंग की पोलो शर्ट और शॉर्ट पहने हुए था। गवाहों एवं निगरानी के लिए लगे वीडियो कैमरे की रिकॉर्डिंग के अनुसार पीड़ितों को गोली लगने के बाद वह शख्स घटनास्थल से भागते हुए देखा गया था। गोलीबारी के वक्त दोनों लोगों ने इस्लामिक कपड़े पहने हुए थे।बंदूकधारी अकेला था और फिलहाल वह फरार है। घटना के बारे में आपातकालीन कॉल मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को अकोन्जी एवं उद्दीन के सिर पर बंदूक की गोलियां दागी हुई मिली। दोनों पीड़ितों को एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया, जहां अकोन्जी की बंदूक की गोली लगने के कारण मौत हो गई। उद्दीन भी गंभीर हालात में था और बाद में उसने भी जख्मों के चलते दम तोड़ दिया। उपनिरीक्षक हेनरी सौटनर ने बताया कि अब तक इस बात का पता नहीं चल पाया है कि घटना के पीछे क्या मकसद था और प्राथमिक जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि उन पर उनके मजहब के कारण हमला किया गया है।उन्होंने कहा कि पुलिस वीडियो एवं अतिरिक्त गवाहों के लिए इलाके की गहन छानबीन कर रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और जांच जारी है। अकोन्जी के तीन बच्चे हैं और वह एक रसूखदार धार्मिक नेता थे। उसे बांग्लादेश से क्वीन्स आए हुए दो साल भी नहीं हुए थे।
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