पटियाला। 36 साल बाद महिला हॉकी टीम को ओलिंपिक का टिकट दिलाने वाली रितु को कैंप से बाहर कर दिया गया है। 1980 के बाद पहली बार भारतीय महिला हॉकी टीम को रितु रानी की कप्तानी में ओलंपिक के लिए क्वालिफाई किया गया था। लेकिन अब उन्हें ही खराब प्रदर्शन और एटीट्यूड का कारण बता कर बेंगलुरु में चल रहे कैंप में शामिल होने से मना कर दिया गया है। हालांकि रितु रानी का कुछ और ही कहना है। रितु ने बताया कि कोच नील हावगुड ने मुझे और टीम की तीन अन्य खिलाडियों (लिली चानू, पूनम और सोनिका) को बुधवार को कैंप से बाहर कर दिया। मैंने उनसे वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि तुम्हारा प्रदर्शन खराब है। रितु ने कहा, ‘‘दरअसल वजह कुछ और ही है। मेरी सगाई पटियाला के हर्ष शर्मा से हुई है, हावगुड को यह पसंद नहीं। वे सगाई की बात को लेकर बार-बार कमेंट करते हैं। नील ने मुझसे यह भी कहा कि क्या मैं दो महीने बाद सगाई नहीं कर सकती थी। वे मेरे खेल और निजी जिंदगी को आपस में जोड़ रहे हैं। जबकि मैंने आज तक कभी प्रैक्टिस तक मिस नहीं की। बीमार होने पर भी मैं खेलने जाती थी। यदि वे प्रदर्शन की बात करते हैं, तो वे मेरे पिछले सारे मैचों के वीडियो देख सकते हैं। इसके बाद उन्हें मेरे प्रदर्शन के बारे में पता चल जाएगा। उन्होंने तो पहले ही फैसला ले लिया था कि मुझे ओलिंपिक में नहीं खेलने देना है।
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