लखनऊ। यूपी के सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को एक सम्मेलन में मीडिया से रूबरू हुए और नसीहत देते हुए कहा कि ”अखबार अपनी मर्यादा को समझे, उन्हें अपनी सीमाओं का लांघन नहीं करना चाहिए।” सीएम ने कहा कि सपा सरकार पत्रकारों की मेहनत समझती है और उनकी हर संभव सहायता करना चाहती है लेकिन, मीडिया को भी अपनी हद समझनी चाहिए । सीएम अखिलेश आज राजधानी स्थित विश्वेश्वरैया सभागार में कन्फेडरेशन ऑफ न्यूज पेपर एंड न्यूज एजेंसी इम्प्लाइज आर्गेनाइजेशन के सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही में एक अखबार ने मेरे बारे में लिखा कि मैं औरंगजेब हूं। उन्होंने कहा कि जब मैंने तलवार निकाली ही नही तो औरंगजेब कैसे बन गया। सीएम ने कहा कि मैं चाहता तो बतौर टीपू भी तलवार निकाल सकता था लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया।
पहले देखे विकास फिर करे विचार –
कार्यक्रम में अन्य प्रदेशों से आये पत्रकारों से उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के बारे में अखबारों में जो भी पढ़ा हो वह दूसरी बात है। आप सब यहाँ आये हैं तो खुद यहाँ का विकास देखें फिर हमारे बारे में अपना नजरिया बनायें। इस दौरान पार्टी और सरकार का झगड़ा भी मुख्यमंत्री की जुबान पर आया लेकिन बहुत एहतियात के साथ उन्होंने कहा कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश समाजवादियों की वजह से बहुत चर्चा में रहा। चर्चा इतनी रही कि दूसरी पार्टियों को एक लाइन की कवरेज नहीं मिली। उन्होंने कहा कि खबरें समाजवादियों की वजह से बनती हैं। विरोधी कहते हैं कि हम उनकी खबरें चलने नहीं दे रहे हैं।
हमारी सरकार खबरों पर करती है कार्रवाई-
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार खबरों पर कार्रवाई करती है। हम पत्रकारों की समस्याओं का समाधान निकालने की भी कोशिश करते हैं। पत्रकारों के निधन पर 20 लाख मुआवजा दिया जा रहा है। उनकी आवास सम्बंधी समस्या का भी जल्द ही निराकरण होगा। इस दौरान अखिलेश ने सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने कहा कि इस बार लैपटाप बांटे हैं, अगली बार स्मार्ट फोन बांटने वाले हैं। सपा सरकार में सड़कों का विकास हुआ है। हाईवे बनने से लोगों का समय बच रहा है। इस सरकार ने लोगों तक मदद पहुंचाने का काम किया है।
पत्थरों वाली नहीं बल्कि लोकतांत्रिक और लिबरल है ‘सपा सरकार’ –
बसपा सुप्रीमो मायावती पर तंज कसते हुए अखिलेश ने कहा कि ”सपा सरकार पत्थरों वाली नहीं बल्कि लोकतांत्रिक और लिबरल है।” इस सरकार में महिलाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है। 55 लाख महिलाओं को समाजवादी पेंशन दी जा रही है। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव के बाद समाजवादियों की सरकार फिर बनेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता काम के आधार पर हमें दोबारा मौका देने जा रही है।