मेरठ। बीमारी व आर्थिक तंगी सी जूझ रहे ग्रामीण ने बच्चों को जहर देकर खुद भी खा लिया जिसके बाद हालत बिगडऩे पर मोहल्ले के लोग तीनों को उपचार के लिए स्थानीय चिकित्सक के यहाँ ले गए जिसने तीनों को जिला अस्पताल भेज दिया जहाँ चिकित्सकों में युवक को मृतक घोषित कर दिया। दोनों बच्चों को भर्ती कर लिया गया जिनकी हालात चिंता जनक बनी हुई है। इस घटना से गांव में शोक की लहर है। वही मृतक की पत्नी का रो रो कर बुरा हाल बना हुआ है।
सरूरपुर के गांव हर्रा निवासी 35 वर्षीय अनिल कश्यप पुत्र हरिया हलवाई का काम करता था। गांव के बाहरी छोर पर उसका मकान है, जहां वह अपनी पत्नी किरन बाला और बच्चों जतिन (12) रितिक (08) और रश्मी (05) के साथ रहता था। रात्रि दस बजे उसने पहले खुद जहर पिया और उसके बाद अपने दो बच्चों रितिक और रश्मी को जहर पिला दिया। बच्चों ने जहर को दवा समझकर पी लिया। बच्चों की जब हालत बिगडऩे लगी, तब उसने शोर मचाया। परिजन चिकित्सक के पास ले गए, जहां अनिल को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि बच्चों को भर्ती कर लिया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी है। घटना से परिवार में कोहराम मच गया। इस घटना से गांव में शोक की लहार दौड़ गई है। परिजनों की मांग पर व ग्रामीणों के कहने पर पुलिस ने शॉ का पंचनामा भर उसके परिजनों को सौंप दिया है। जिसके बाद शुक्रवार को जितेन्द्र का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।