लखनऊ । समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने रविवार को एक और पत्र जारी किया। बर्खास्तगी के बाद रामगोपाल ने पत्र के जरिये कहा है कि मुलायम सिंह यादव (नेताजी) राक्षसी शक्तियों से घिरे हैं। यह धर्म युद्ध है, हम अखिलेश के साथ हैं।
प्रोफेसर रामगोपाल ने पत्र में लिखा है कि ‘‘मुलायम सिंह यादव न सिर्फ मेरे बड़े भाई हैं, बल्कि राजनीति के वे मेरे गुरू भी हैं और रहेंगे। मैं ताउम्र उनका सम्मान करता रहूूँगा। इस वक्त वह जरूर कुछ आसुरी शक्तियों से घिरे हुये हैं। जब वह उन ताकतों से मुक्त होंगे, तब उन्हें सच्चाई का एहसास होगा।’’
कहा कि मैं इस समाजवादी पार्टी में रहूँ या न रहूँ पर इस धर्मयुद्ध में अखिलेश यादव के साथ हूँ और उन्हें दुबारा मुख्यमंत्री बनाने तक रहूँगा।
प्रो. ने कहा कि मुझे पार्टी से निकाले जाने का कोई दुख नहीं है। मेरे ऊपर जो घटिया आरोप लगाये गये हैं, उससे मुझे पीड़ा जरूर हुयी है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक राजनीति में अन्य दलों के नेताओं से मिलना कोई अपराध नहीं है।
उल्लेखनीय है कि रविवार सुबह प्रो. रामगोपाल ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पक्ष मंे पत्र जारी किया था। उसके बाद सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल के जरिये उन्हें छह वर्ष के लिए पार्टी से बर्खास्त करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर करने की घोषणा की है।