रालोसपा अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मानव संसाधन राज्यमंत्री उपेन्द्र कुशवाहा 10 दिसम्बर को दिल्ली में आयोजित एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। उससे पहले कुशवाहा पटना में नीतीश सरकार के विरोध में आज से दो दिवसीय उपवास पर बैठ रहे हैं।
एनडीए की बैठक के बारे में कुशवाहा ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने उन्हें फोन कर बैठक में बुलाया है। यह बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी में चार बजे बुलायी गयी है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद रहेंगे। वहीं उनके दस दिसंबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने की भी चर्चा जोरों पर है। लेकिन, कुशवाहा ने इसे निराधार बताया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या दिल्ली में एनडीए की बैठक में पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे और उन्हें बिहार की स्थिति के बारे में बताएंगे? उन्होंने कहा कि वहां राजनीतिक बातें नहीं होती हैं केवल सत्र को लेकर बातें होती हैं। यह पूछे जाने पर कि एनडीए को लेकर अबतक उनका स्टैंड साफ नहीं है, तो कहा कि अब क्या साफ होना है? मैंन संघर्ष का एेलान कर दिया है।
आज और कल रखेंगे उपवास
बता दें कि एनडीए से अलग होने की अटकलों के बीच रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और शिक्षा के मुद्दे पर उन्होंने एक बार फिर से बिहार सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि वो बिहार में नए केंद्रीय विद्यालयों की स्थापना में सहयोग न देने के विरोध में आठ और नौ दिसंबर को उपवास करेंगे।
केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री ने शिक्षा सुधार के मुद्दे पर बिहार सरकार को खुली बहस की चुनौती भी दी है।इससे पहले कुशवाहा ये बोल चुके हैं कि अगर उनकी 25 सूत्रीय मांगों को राज्य सरकार मान लेती है तो वे किसी भी अपमान को भूलने के लिए तैयार हैं।
नीतीश सरकार को दी थी चेतावनी
बता दें कि रालोसपा प्रमुख ने नीतीश सरकार पर केंद्रीय विद्यालयों के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था और ऐलान किया था कि सात दिसंबर तक सरकार ने जमीन हस्तांतरण की घोषणा नहीं की तो वह आठ दिसंबर को औरंगाबाद और नौ दिसंबर को नवादा में उपवास पर बैठेंगे।
10 दिसंबर को राहुल गांधी से भी मुलाकात के कयास
केंद्रीय मंत्री कुशवाहा ने गुरुवार को मोतिहारी में पार्टी के खुले अधिवेशन में भाजपा और बिहार के मुख्यमंत्री पर जमकर निशाना साधा था और अब कयास लग रहे हैं कि वे 10 दिसंबर को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करने वाले हैं। कहा जा रहा है कि उसके बाद कुशवाहा एनडीए और मंत्री पद दोनों छोड़ सकते हैं।