लखनऊ। राजधानी लखनऊ में प्रदेशभर से तीस हजार से अधिक अनुदेशकों को जुटना हुआ और उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोका। इस दौरान अनुदेशकों और पुलिस में नोकझोंक हुई और हजारों की संख्या में अनुदेशकों को गिरफ्तार किया गया।
बुद्धवार को राजधानी के हजरतगंज इलाके में भारी संख्या में प्रदेश के कोने कोने से अनुदेशकों का पहुंचना हुआ तो तीन थानों की पुलिस व पीएसी उन्हें रोकने के लिये तैयारी बैठी थी। अनुदेशकों ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया और इसके बाद विधानसभा का घेराव करने का प्रयास किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। पुलिस बल को ढ़केलते हुये अनुदेशकों ने आगे बढ़ना चाहा तो पीएसी बुला ली गयी और बलपूर्वक उन्हें रोका गया। इसके बाद सड़क पर बैठकर अनुदेशकों ने नारेबाजी की और कहा कि मुलायम सिंह यादव ने समायोजित करने का वादा किया था कई बार प्रदर्शन करने के बाद और मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद भी अनुदेशकों की मांग पूरी नहीं हुई। इसके बाद आगे बढ़े अनुदेशकों को पुन: रोकते हुये पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और बसों में भरकर पुलिस लाइन ले गये।
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