लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय में कई विभागों में पूर्व में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे छात्रों को प्रवेश दे दिया गया है। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रॉक्टर कार्यालय के कान खड़े हो गए हैं। ऐसे दागी छात्रों पर कार्रवाई करने के लिए कुलानुशासक कार्यालय ओर से रणनीति तैयार कर ली गई है। ऐसे सभी छात्रों के नाम व उनका पूरा रिकॉर्ड निकाल कर जांच की जाएगी। इनमें से जिस किसी को भी एडमिशन दिया गया है उसका प्रवेश तत्काल रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी।सूत्रों के अनुसार लविवि के नवीन परिसर को प्रॉक्टर ने रडार पर लिया हुआ है। वहां संचालित होने वाली कक्षाओं में छापेमारी करके ऐसे छात्रों को पकड़ा जाएगा जो कि पूर्व में विवि से निष्कासित किए जा चुके हैं लेकिन अभी भी वह लगातार कैंपस में हर जगह नजर आ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो कई कोर्स में ऐसे छात्रों ने प्रवेश पा लिया है जो कि आपराधिक कारणों से पूर्व में सजा भुगत चुके हैं। सूत्रों के अनुसार सतीश सिंह राठौर नामक छात्र को पुलिस ने तमंचे के गिरफ्तार कर जेल भेजा था. लेकिन इस सत्र में उसे कुछ गुरुजनों की कृपा से एमबीए में प्रवेश मिल गया है। जबकि प्रवेश के समय प्रॉक्टर कार्यालय से प्रवेश कोऑर्डिनेटर सहित तमाम विभागों को ऐसे दागियों की सूची भेजी गई थी। जिनपर आपराधिक मामले साबित हुए हैं। इसके बावजूद ऐसे दागी न केवल प्रवेश पा गए हैं, बल्कि वह बकाएदा छात्रावास की सुविधा का लाभ भी अवैध तरीके से उठा रहे हैं।विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से ऐसे छात्रों को छात्रावासों से खदेडने को लेकर कार्रवाई की जाएगी। जो कि अवैध तरीके से कमरों में काबिज हैं। इनमें उन छात्रों पर भी कार्रवाई होगी जो कि निष्कासितों व निलंबितों को अपने कमरों में शरण देते हैं। इस कार्य को अंजाम देने के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों के साथ कई टीम बनाई जाएंगी। जो हॉस्टलों में देर रात छापेमारी करेंगी. इसमें पुलिस प्रशासन को भी शामिल करने पर विचार चल रहा है।
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