लखनऊ। राज्य ललित कला अकादमी की कार्यवाहक सचिव डा. रूबीना बेग के तानाशाही रवैये से परेशान अकादमी के सभी कर्मचारियों ने उन्हें हटाये जाने की मांग पर मंगलवार को मोर्चा खोलते हुए धरना प्रदर्शन पर बैठ गये।
कर्मचारियों ने अकादमी में कलमबद्ध हड़ताल करते हुए मांग किया कि जब डा. बेग को हटाया नहीं जाता है तब यह हड़ताल जारी रहेगा। राज्य ललित कला अकादमी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष वन्दना श्रीवास्तव ने कहा कि जब से डा. बेग काम चलाऊ व्यवस्था के अन्र्तगत अकादमी के सचिव का पद संभाला है तब से वह कर्मचारियों को किसी न किसी प्रकार से उत्पीडऩ करती रही है। वन्दना ने कहा रूबीना बेग इसके पहले भी राजकीय अभिलेखागार में उनकी तानाशाही रवैये और कर्मचारी विरोधी गतिविधियों से परेशान होकर वहां कर्मचारी भी आन्दोलन कर चुके है।
वन्दना ने बताया कि सोमवार को सभी कर्मचारियों ने निदेशक संस्कृति निदेशालय डा. हरिओम से मिलकर सारे प्रकरण से अवगत कराया गया था जिसपर उन्होंने अश्वासन दिया था कि रूबीना बेग को कर्मचारियों के प्रति इस तरह के व्यवहार में सुधार लाना पड़ेगा नहीं तो उन्हें वहां से हटाया जायेगा। इसके बाद शाम पांच बजे अकादमी के अध्यक्ष नवेद सिद्दीकी सभी कर्मचारियों से मुलाकात कर इस मामले में कार्रवाइ किये जाने के लिए दो दिन का समय मांगा था। उनके अश्वासन के बाद कर्मचारी संघ ने निर्णय लिया कि सभी कर्मचारी मांगे पूरी नहीं होने तक अकादमी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। वन्दना ने बताया कि मंगलवार को जब सभी कर्मचारी सुबह अकादमी पहुंचे तो रूबीना बेग ने हाजिरी रजिस्टर को आलमारी में बंद कर दिया। जिसके बाद सभी कर्मचारियों ने सादे कागज पर हाजिरी लगाते हुए धरने पर बैठ गये।
कर्मचारी संघ के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र मिश्र ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्य पूर्ण घटना है। अकादमी के 54 साल के इतिहास में पहली बार कर्मचारियों का आन्दोलन हुआ है। उन्होंने कहा राज्य ललित कला अकादमी कर्मचारी संघ के इस आन्दोलन में जवाहर भवन- इन्दिरा भवन कर्मचारी संघ, उप्र राजकीय अभिलेखागार, प्रदेश सरकार की जितनी भी स्वायत्तशासी संस्थाएं है उनका समर्थन प्राप्त है और जब तक कार्यवाहक सचिव को हटाकर किसी योग्य एवं सभ्य सचिव को नियुक्त नहीं किया जाता तब यह आन्दोलन जारी रहेगा। इस बारे जब अकादमी की सचिव डा. रूबीना बेग से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वन्दना श्रीवास्तव लगातार अनियमित रह रही थी जिस पर मैने नोटिस जारी किया था कि शासकीय नियमों के अनुसार ही आपको अवकाश प्रदान किया जायेगा इस पर वह हंगामा करने लगी जिसके बाद उन्हें अपने कमरे से बाहर जाने का आदेश दिया।
क्या था पूरा मामला –
राज्य ललित कला अकादमी में आशुलिपिक पद पर कार्यरत वन्दना श्रीवास्तव ने बताया कि तबियत खराब होने के चलते वह 27 जुलाई को तीन दिन की अवकाश पर थी। 28 जुलाई को कार्यवाहक सचिव के निर्देश पर आवश्यक कार्यवश दोपहर 2 बजे कार्यालय आने के लिए कहा गया। जब वह अकादमी पहुंची तो उन्होंने पूछा कि यह आपके आने का समय है या जाने का समय और अपमानित करते हुए अपने कमरे से भगा दिया। जिसके बाद वह अपने कुर्सी पर आकर बैठ गयी। थोड़ी देर बाद कार्यालय से उनको एक पत्र दिया गया कि आप अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित है। वंदना ने बताया कि वह पत्र का जवाब लिख ही रही थी कि वह अचानक उनके पास पहुंची और बांह पकड़कर कार्यालय से बाहर निकालने का प्रयास किया।
सचिव ने अध्यक्ष की कमरे में लगाया ताला –
ललित कला अकादमी की कार्यवाहक सचिव रूबीना बेग अपने प्रभाव का प्रयोग करते हुए मंगलवार को अकादमी के अध्यक्ष नवेद सिद्दीकी के आफिस में भी सीलबंद ताला लगा दिया। जब उनसे संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा उनको इस मामले की अभी जानकारी नहीं है। मैं इस मामले को देखता हूं।