लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के नए परिसर में बीती रात करीब साढ़े 10 बजे प्राक्टोरियल टीम औचक निरीक्षण करने पहुंची। विवि परिसर स्थित प्रबंधन छात्रावास के निरीक्षण के दौरान तीन छात्र पकड़े गए जो विवि के तो छात्र हैं, लेकिन छात्रावास से उनका कोई वास्ता नहीं है। इन सभी छात्रों को प्रॉक्टर कार्यालय में को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया।
प्रॉक्टोरियल टीम ने जब पकड़े गए छात्र राहुल उपाध्याय, शिवाकांत दूबे व शुभम गुप्ता से हास्टल आने का कारण पूछा तो। राहुल उपाध्याय ने बताया कि वह हास्टल बैग लेने आया था और प्रवीण से मिलने आया था। इसके बाद जांच के दौरान हास्टल में प्रवीण राय व प्रवीण जायसवाल नाम के दो अंतरूवासी छात्रों के रहने की जानकारी हुई। इन संदिग्ध छात्रों के आने के बारे में उक्त दोनों अंतरूवासी छात्रों को बुधवार को प्रॉक्टर कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराने का निर्देश दिया गया। उक्त दोनों छात्रों ने बुधवार को कुलानुशासक कार्यालय पहुंच कर बताया कि पकड़े गए छात्रों से उनका कोई संबंध नहीं है। जबकि राहुल उपाध्याय, शिवाकांत दूबे व शुभम गुप्ता में से कोई भी प्रॉक्टर कार्यालय नहीं पहुंचा। विवि सूत्रों की मानें तो कुछ माह पूर्व राहुल उपाध्याय नशे की हालात में एक बार प्रबंधन छात्रावास की दीवार फांदकर छात्राओं के कमरे में घुस चुका है। विवि के प्राशसिक अधिकारी डॉ. पीएन पाठक ने बताया कि संदिग्ध तीनों छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है और तीन दिन के अंदर प्रॉक्टर कार्यालय में अपना पक्ष रखने को कहा गया है। ऐसा न करने पर विवि प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करेगा।