मथुरा। जिले में दस लाख की लूट की वारदात के बाद एसएसपी बबलू कुमार ने चार टीमें अपराधियों को पकड़ने में लगाई। इस टीम के रडार पर देवेन्द्र नाम के व्यक्ति का गैंग सामने आया है। देवेन्द्र पुलिस का बर्खास्त सिपाही है।
पुलिस के मुताबिक, देवेन्द्र पुलिस का बर्खास्त सिपाही है। वह आगरा एसओजी के साथ—साथ कई जनपदों में अपनी सेवायें दे चुका है। काफी समय तक वह सर्विलांश में भी रहा लेकिन शुरू से ही देवेन्द्र अपराधियों के साथ रहता था और इसी वजह से वह बर्खास्त भी हुआ है। काफी समय पहले आगरा कारगोल में हुई पचास लाख की लूट में देवेन्द्र व उसके साथी शामिल थे। इस पर लूट, हत्या, अपहरण जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं।
पुलिस को पता चला कि इसका दाहिना हाथ संतोष पुत्र रामबिहारी निवासी मुरसान हाथरस ने अपने साथी दिनेश पुत्र नवल सिंह निवासी हाथरस के साथ इस लूट की घटना को अंजाम दिया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीमें लगातार देवेन्द्र व उसके साथियों केा पकड़ने के लिए जगह—जगह दबिशें दे रहीं थी। शुक्रवार रात्रि कोतवाली प्रभारी संजय जायसवाल व सर्विलांस प्रभारी सत्यवीर सिंह को सूचना मिली कि दस लाख की लूट करने वाला संतोष अपने एक साथी के साथ महोली रोड की तरफ से निकलने वाला है। सूचना पर कोतवाली प्रभारी संजय जायसवाल, चौकी प्रभारी बाग बहादुर सत्यवीर सिंह, सविलांस प्रभारी सत्यवीर सिंह व कांस्टेबल सचिन कुमार, विनय कुमार, रोहित कुमार, तहसीन खां व रजनीश कुमार मुखबिर द्वारा बताई जगह महोली रोड पहुंचे और चैकिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में एक बाइक पर दो युवक आते दिखाई दिये। रोकने पर भी यह दोनों नहीं रूके तो पुलिस ने इनका पीछा करते हुए इन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ में इन युवकों ने अपने नाम संतोष पुत्र रामबिहारी व दिनेश पुत्र नवल सिंह निवासीगण मुरसान हाथरस बताया। इन दोनों ने वन विभागकर्मी के साथ हुई लूट का इकबाल करते हुए कहा कि हम लोगों ने रैकी करने के बाद इस लूट को अंजाम दिया था। इन्होंने बताया कि सरगना देवेन्द्र पुत्र ओंकार सिंह निवासी ऊदर थाना मांट, बर्खास्त सिपाही के कहने पर इस लूट की वारदात को अंजाम दिया। इनके पास से लूटा गया काला बैग जिसमें लूट के रूपयों में से एक लाख साठ हजार रूपये व कागजात बरामद हुए है। इन दोनों की निशानदेही पर देवेन्द्र के घर मांट से साठ हजार रूपये जमीन में गड़े बरामद किये गये हैं। इसके अलावा लूट में प्रयुक्त अपाची बाइक, एक पिस्टल, एक देसी तंमचा व नौ कारतूस भी बरामद हुए।
एसएसपी ने बताया कि संतोष देवेन्द्र का दाहिना हाथ है और यह वर्ष 2015 में आगरा में हुई पचास लाख की लूट में शामिल था। इस पर पन्द्रह हजार रूपये का इनाम भी है।