संयुक्त राष्ट्र। भारत देगा संयुक्त राष्ट्र आपात प्रतिक्रिया कोष में 500,000 डालर का योगदान देगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में दूत अंजनी कुमार ने उच्च स्तरीय संकल्प सम्मेलन में कहा कि भारत सरकार यूएन सेंट्रल एमर्जेन्सी रिस्पांस फंड (सीईआरएफ) में 2016-17 के लिये 500,000 डालर का योगदान देगा।
भारत ने आज कहा कि संयुक्त राष्ट्र आपात प्रतिक्रिया कोष में 2016-17 के लिये वह 500,000 डालर का योगदान देगा। उसने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया भर में मानवीय संकट से जो चुनौतियां सामने आ रही हैं। उससे निपटने में अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया पर्याप्त नहीं रही है।
अंजनी कुमार ने उच्च स्तरीय संकल्प सम्मेलन में कहा कि भारत सरकार यूएन सेंट्रल एमर्जेन्सी रिस्पांस फंड (सीईआरएफ) में 2016-17 के लिये 500,000 डालर का योगदान देगा। भारत ने अब कोष में कुल मिलाकर 60 लाख डालर का योगदान किया है। दुनिया भर में मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है और इन संकट से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने के लिये सहायता की जरूरत है।
उन्होंने कहा तत्काल मानवीय सहायता की जरूरत वाले लोगों की संख्या पिछले 10 साल में 4 गुना हो गयी है। वहीं दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया चुनौतियों के मुकाबले काफी कम है। इन जरूरतों को पूरा करने के लिये इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही इन चुनौतियों से निपटने के लिये समन्वयन और भागीदारी की जरूरत है।
भारत ने अफगानिस्तान, मालदीव, नेपाल, सोमालिया, श्रीलंका और यमन में सुनामी, भूकंप और चक्रवात जैसे प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति राहत कार्यों में सहायता उपलब्ध कराया। सीईआरएफ 45 करोड़ डालर के सालाना लक्ष्य में मुख्य रूप से सरकारों से योगदान प्राप्त करता है।