लखनऊ। सपा-कांग्रेस गठबंधन में इन सीटों की डील पर फाइनल पर सहमति बन गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बीच अमेठी-रायबरेली की सीटों के बंटवारे को लेकर फंसा पेंच खत्म हो गया है। अमेठी-रायबरेली की सीटों पर दोनों दलों में सहमति बन गई है।
अमेठी-रायबरेली की कुल 10 सीटों में से 8 सीटें कांग्रेस के तो 2 सीटें सपा को मिली हैं। सपा ने अमेठी सदर और ऊंचाहार की 2 सीट अपने पास रखी है।
ये 2 सीटें सपा की
मौजूदा वक्त में अमेठी और रायबरेली की 10 में से 2 सीट कांग्रेस के पास है, जबकि 1 सीट पर पीस पार्टी का कब्जा है। अमेठी सदर से सपा के गायत्री प्रसाद प्रजापति और रायबरेली की ऊंचाहार सीट से मनोज पांडेय विधायक हैं। ये दोनों अखिलेश कैबिनेट में मंत्री भी हैं। इसीलिए ये दोनों सीट अखिलेश ने कांग्रेस को देने से इनकार कर दिया। जबकि रायबरेली की बछरावां, हरचंदपुर, सरेनी और अमेठी की गौरीगंज, सलोन देने को तैयार हो गए। 10 सीटों में से रायबरेली की सदर सीट पीस पार्टी के पास, जबकि अमेठी की जगदीशपुर और तिलोई की सीट कांग्रेस के पास है।
कांग्रेस ने तय किए उम्मीदवारों के नाम
अमेठी-रायबरेली की 5 सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का भी चयन कर लिया है। रायबरेली सदर सीट से अदिति सिंह, सरेनी से अशोक सिंह, हरचंदपुर से राकेश सिंह, अमेठी की गौरीगंज सीट से मो. नईम और तिलोई से विनोद मिश्रा का नाम फाइनल किया है।