कानपुर। सत्ताधारी पार्टी सपा में जहां पारिवारिक कलह चल रही है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी से एक-एक कर नेता भाग रहे हैं जो भारतीय जनता पार्टी की जीत के लिए शुभ संकेत है। बस अब जरूरत है बूथ कार्यकर्ताओं को हवा बनाने की।
यह कहना है पूर्व मानव संसाधन राज्य मंत्री रामशंकर कठेरिया का। उत्तर प्रदेश मिशन 2017 को सफल बनाने के लिए आगरा सांसद रामशंकर कठेरिया ने भाजपा दक्षिण ईकाई के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बताया जा रहा है कि लगभग एक घंटे तक चली बैठक में कठेरिया ने साफ कहा कि प्रदेश में हमारे पक्ष में माहौल बन चुका है।
इसे भुनाने के लिए बूथ कार्यकर्ताओं को हवा देनी होगी। बूथ कार्यकर्ताओं की ऐसी चुनावी हवा होनी चाहिए जिससे सारा विपक्ष तितर-वितर हो जाये। आगे कहा कि बसपा के दिग्गज नेता पार्टी छोड़ चुके है जिनमें अधिकांशतया भाजपा में अपनी आस्था जताई है। रही सही कसर सपा कुनबे में दरार पड़ने से पूरी हो चुकी है।
कठेरिया की यह बातें सुन पदाधिकारी चुनावी जोश से लवरेज हो गए तो उन्होंने टोका कि अति उत्साह की जरूरत नहीं है। उन्होंने पदाधिकारियों को चुनावी मंत्र देते हुए कहा कि अपना मतदाता भ्रमित न होने पाए और इस माहौल का फायदा उठाकर दूसरे मतदाताओं को अपने पक्ष में लाएं।
दलितों पर रहा फोकस
धम्म चेतना यात्रा के समापन पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि दलितों को पार्टी से जोड़ने का यह अभियान बराबर जारी रहे जिसके बाद रविवार को रामशंकर कठेरिया ने भी पार्टी पदाधिकारियों के साथ दलितों को अधिक से अधिक जोड़ने के लिए खाका खीचा।
जानकारी के मुताबिक दलितों में जाटव को छोड़कर पासी, धानुक, धोबी, खटिक, कठेरिया जैसी जातियों को जो बसपा में रहते हुए भी अपने को असहज महसूस कर रहें है उनको जोड़ने के लिए उन्ही बिरादरी के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है।