हरिद्वार। ऋषिकुल मैदान में आयोजित संत रविदास मुक्ति आंदोलन समिति के सामाजिक परिवर्तन महा सम्मेलन में बोलते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि बाबा साहब अम्बेडकर के सपनों का भारत और संत रविदास के समतामूलक समाज की स्थापना का लक्ष्य पूर्ण करना है।
अखिल भारतीय रविदासीय धर्म संगठन भारत द्वारा आयोजित महासम्मेलन कार्यक्रम में भाग लेते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हमें बहुत कुछ करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि रविदास मंदिर का हरकी पैड़ी पर भव्य से निर्माण कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवम्बर तक सभी विभागो में बैकलाक के कार्य पूर्ण कर लिए जायेगें। संवैधानिक आरक्षण की स्थिति लागू रहेगी। राज्य अधिनस्थ चयन आयोग के तीन सदस्यों मेें से तीन दलित है।
हमें चौकीदार बनकर अम्बेडकर के सविंधान की रक्षा करना है। नगर निगम टाउनहॉल में विश्वकर्मा धीमान समाज द्वारा आयोजित सम्मेलन में मुख्यमत्री हरीश रावत ने कहा कि देश में शिल्पी समाज के हितों के लिए शिल्पकार पेंशन लगाने वाला पहला राज्य हमारा राज्य है।
राज्य स्थापना पर शिल्पी शिल्प रत्न पुरूस्कार दिया जायेगा। साथ ही कहा कि किसी राज्य का विकास शिक्षा कृषि और शिल्प से संभव है इसलिए शिल्पी समाज का सम्मान करना होगा। उन्होंने कहा शीघ्र ही एक पुल का नामकरण विश्वकर्मा के नाम पर होगा।