लखनऊ। रविवार को सीएमएस गोमती नगर में शिक्षक दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर लखनऊ के महापौर डा. दिनेश शर्मा ने चार हजार शिक्षकों का सम्मान किया। इस मौके पर डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का विस्तार होेना चाहिए और इसमें शिक्षकों की भूमिका अहम है। सामाजिक विकास में शिक्षकों की भूमिका सदैव प्रासंगिक रहेगी। वास्तव में, शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान का नाम नहीं है अपितु इसमें संस्कार, परम्परायें व सद्गुणों का विकास भी शामिल है।
विधान परिषद सदस्य डा. महेन्द्र सिंह ने कहा कि स्वामी परमहंस, चाणक्य आदि अनेंक उदाहरण देते गुरू की महत्ता को उजागर किया और बताया कि कैसे शिक्षकों ने अपने शिष्यों के माध्यम से समाज के रचनात्मक विकास में योगदान किया और भारत को विश्व का सिरमौर बनाया। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा अगर हम ‘जगत गुरू’ बनना चाहते हैं तो हमें गुरूजनों का सम्मान करना सीखना होगा। गुरू के सानिध्य के बिना कोई भी महान नहीं बन सकता और हमारे देश में तो गुरू को ईश्वर के समकक्ष माना गया है। इस मौके पर सीएमएस के चेयरमैन जगदीश गांधी, भारती गांधी ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये।
इनका हुआ सम्मान-
आई.एस.सी. विंग में के कम्प्यूटर शिक्षक अख्तर कुरैशी और अनिल श्रीवास्तव को सर्वश्रेष्ठ शिक्षक घोषित किया गया।