नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को सर्च और जब्ती के लिए दिशानिर्देश देने की मांग करनेवाली एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र को नोटिस जारी किया है । जस्टिस रंजन गोगोई और जस्टिस पीसी पंत की बेंच ने कहा कि हम इस मामले की जांच करेंगे । याचिकाकर्ता उपेन्द्र राय के वकील राजीव धवन ने कहा कि छापे और जांच के नाम पर लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है ।
याचिका में जिन लोगों को प्रताड़ित करने का उदाहरण दिया गया है उसमें हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का भी नाम शामिल है जिनके यहां उनकी बेटी की शादी के दिन छापा मारा गया था । इस सूची में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर हुड्डा का भी नाम शामिल है जिनके कई ठिकानों पर छापे मारे गए ।
आपको बता दें कि ये मामले पहले चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष सुनवाई के लिए लगी थी लेकिन चीफ जस्टिस ने ये कहते हुए अपने को सुनवाई से अलग कर लिया कि वे वीरभद्र सिंह को काफी लंबे समय से जानते हैं लिहाजा वे इस केस की सुनवाई नहीं करेंगे ।