लखनऊ। राजधानी स्थित सीएम आवास में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने आए महंत ज्ञानदास ने कहा कि संतों को दूध की धार से बना राम मंदिर चाहिए, खून से सना हुआ राम मंदिर नहीं।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ पार्टियां और लोग राम मंदिर मुद्दे पर राजनीतिक रोटी सेंक रहीं हैं। वे अपनी दुकानदारी चमकाना चाहते हैं। लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं ही ज्ञानदास हूं। जब मंदिर पर कुछ कट्टरपंथी राजनीति की रोटी सेंक रहे थे तो बाबरी मस्जिद का पक्ष लेने वाले हासिम इंसारी से समझौते की बात कर रहा था। हमें खून पर राम मंदिर स्वीकार्य नहीं है। हम दूध की धार पर बने श्रद्धायुक्त राम मंदिर के पक्षधर हैं।’’ उन्होंने बिना किसी संगठन या पार्टी का नाम लिए कहा, ‘‘कुछ कट्टरपंथी ‘हिन्दू-मुस्लिम, सिक्ख-ईसाई, आपस में सब भाई-भाई’ का नारा देते हैं, लेकिन वे ही एक-दूसरे का खून निकालने पर अमादा होते हैं। ऐसे लोग पशु के समान हैं।’’