श्रीनगर: उदारवादी हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक ने आज लाल चौक स्थित अपने आवास से मार्च निकालने का प्रयास किया लेकिन पुलिस ने उनके प्रयास को विफल कर दिया और उन्हें थाने में हिरासत में रखा.
अधिकारियों ने कहा कि अलगाववादी नेता श्रीनगर के बाहरी इलाके में स्थित अपने निगीन आवास से आज दोपहर बाहर निकले और पुलिसकर्मियों ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया और निगीन थाने ले गए.मीरवाइज, कट्टरपंथी हुर्रियत के एक अन्य नेता सैयद अली शाह गिलानी और जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासीन मलिक के नेतृत्व में अलगाववादी समूहों ने आज और कल ‘लाल चौक मार्च’ का आह्वान किया था ताकि संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के तहत ‘आत्मनिर्णय का अधिकार’ मिलने के लिए दबाव बना सकें.गिलानी जहां हैदरपुरा स्थित अपने आवास पर नजरबंद हैं वहीं मलिक को नौ जुलाई को गिरफ्तार कर लिया गया था और वह श्रीनगर केंद्रीय कारागार में बंद हैं. हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद हुई व्यापक हिंसा को देखते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया था.गिरफ्तारी से पहले मीरवाइज ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि घाटी में ‘‘वास्तविक स्थितियों पर पर्दा डालकर” वह देश के लोगों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आंखों में धूल झोंक रही है.