हैदराबाद । बांग्लादेश की टीम ने भारत के खिलाफ टेस्ट मैच के तीसरे दिन खेल खत्म होने तक 6 विकेट खोकर 322 रन बनाए। भारत के विशाल स्कोर से टीम अभी भी 365 रन पीछे है।
आज के मैंचे में मुश्फिकुर रहीम (81) और मेहदी हसन (51) अर्धशतक लगाकर पिच पर टिके हुए हैं। बांग्लादेश ने शनिवार को एक विकेट के नुकसान पर 41 रन के स्कोर से आगे खेलना शुरू किया था।
कप्तान मुशफिकुर रहीम ने 52 मैचों में अपने 3000 रन पूरे किए। दिन के आखिरी ओवर में चौका जड़ते ही उन्होंने यह उपल्बधि हासिल कर ली। ऐसा करने वाले वह बांग्लादेश के चौथे बल्लेबाज बने। अपना पांचवां टेस्ट मैच खेल रहे 19 वर्षीय मेहदी हसन ने टेस्ट करियर की पहली हाफ सेंचुरी लगाई। भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाने वाले वह बांग्लादेश के सबसे युवा खिलाड़ी हैं।
भारत ने कप्तान विराट कोहली (204), मुरली विजय (108), रिद्धिमान साहा (106), चेतेश्वर पुजारा (83), अंजिक्य रहाणे (82), रवींद्र जडेजा (नाबाद 60) की बेहतरीन पारियों की बदौलत अपनी पहली पारी छह विकेट के नुकसान पर 687 रनों पर शुक्रवार को घोषित कर दी थी बांग्लादेश ने भी दूसरे दिन एक विकेट खोकर 41 रन बना लिए थे।
तीसरे दिन इसी स्कोर से आगे खेलने उतरी मेहमान टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने पहले दो सेशन में विवश दिखी। मेजबानों ने उसके अगले तीन विकेट दिन के पहले सत्र में ही गिरा दिए थे।
दूसरे सत्र में शाकिब अल हसन (82) और कप्तान ने टीम को संभाला और पांचवें विकेट के लिए 107 रनों की साझेदारी की। दोनों बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों को बिना किसी परेशानी के खेल रहे थे। शाकिब ने अपनी अर्धशतकीय पारी में कई खूबसूरत शॉट लगाए तो वहीं रहीम ने समझदारी से स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया।
इन दोनों बल्लेबाजों को विश्व के दो शीर्ष स्पिन गेंदबाजों रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जाडेजा को भी आसानी से खेला। इस साझेदारी को शाकिब ने अपनी गलती से ही तोड़ा। वह अश्विन की गेंद को मिड ऑन के ऊपर से मारने के चक्कर में उमेश यादव को कैच दे बैठे। शाकिब का यह भारत के खिलाफ सर्वोच्च स्कोर था। उन्होंने अपनी पारी में 103 गेंदे खेलीं और 14 चौके लगाए। वह 216 के कुल स्कोर पर आउट हुए।
अश्विन के बाद रवींद्र जाडेजा ने भी अपना खाता खोला और कुछ देर बाद सब्बीर रहमान (16) को पगबाधा कर मेहमानों को छठा झटका दिया।
इससे पहले, तीसरे दिन खेलने उतरी मेहमान टीम अपने खाते में तीन रन ही जोड़ पाई थी कि तमीम इकबाल (24) रन आउट होकर पविलियन लौट गए। मोमीनुल हक (12) और महमुदुल्लाह (28) ने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की, लेकिन हक अपनी पारी को ज्यादा विस्तार नहीं दे पाए और उमेश की गेंद पर 64 के कुल स्कोर पर पगबाधा करार दे दिए गए।
महामुदुल्लाह ने इसके बाद शाकिब के साथ पारी को संभालने की कोशिश की। तीन विकेट खोने के कारण इन दोनों ने किसी भी तरह का जोखिम नहीं लिया और धैर्य के साथ बल्लेबाजी की। इस जोड़ी ने चौथे विकेट के लिए 45 रन जोड़ लिए थे, लेकिन ईशांत शर्मा ने इस साझेदारी को और आगे नहीं जाने दिया। उन्होंने महमुदुल्लाह को 109 के कुल स्कोर पर पगबाधा कर पविलियन की राह दिखाई।