मुंबई । ज़ी टीवी का दिल छू लेने वाला सोशल ड्रामा ‘काला टीका’ अंधविश्वास की बरसों पुरानी जंजीरें तोड़कर लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास कर रहा है। अब इस शो में एक नया किरदार शामिल होने जा रहा है। हैंडसम और टैलेंटेड मयंक गांधी जल्द ही इस शो में एक मानसिक रूप से मंद व्यक्ति का किरदार निभाएंगे, जिसका नाम है नंदू। उनके साथ मशहूर एक्टर प्रचिती मिश्रा भी इस हफ्ते से यमुना के रोल में नजर आएंगीं जो नंदू की मां बनी हैं। नंदू एक निशक्त व्यक्ति है लेकिन उसका दिल सोने सा खरा है और उसमें बच्चों जैसी मासूमियत है। उसकी मां यमुना एक विधवा हैं जो अपने बल पर नंदू की परवरिश कर रही हैं।
एक मानसिक विकलांग व्यक्ति का किरदार निभाने को लेकर मयंक गांधी कहते हैं, ‘‘मैं नंदू का रोल निभाने को लेकर बेहद उत्साहित हूं। यह एक चुनौतीपूर्ण रोल है, जिसमें बहुत सारा होमवर्क करने की जरूरत होती है। इस किरदार को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने के लिए मैं ऐसी फिल्में देख रहा हूं, जिनमें कलाकारों ने पूरी विश्वसनीयता से इस तरह के रोल किए हैं। मुझे खास तौर पर फिल्म ‘ईश्वर’ में अनिल कपूर द्वारा निभाए गए मंदबुद्धि वाले व्यक्ति का किरदार बहुत पसंद है। नंदू को बचपन से ही लोग चिढ़ाते आए हैं और लोग उसे पागल समझते हैं। वह अक्सर मुश्किल में फंस जाता है और उसकी कॉलोनी के लोग उसे हमेशा तंग करते और मारते रहते हैं। इसी वजह से उसकी मां जब भी बाहर जाती हैं, वह उसे घर में बंद करके जाती हैं। मुझे उम्मीद है कि मैं इस रोल के साथ न्याय कर सकूंगा और मेरे फैन्स मुझे इस अवतार में जरूर पसंद करेंगे।’’
‘काला टीका’ के आने वाले एपिसोड्स में युग और काली की जिंदगी में जबर्दस्त मोड़ आएगा। विश्ववीर काली को एक पहाड़ी से नीचे धकेल देता है ताकि वह उसे युग और अपनी बेटी गौरी के रास्ते से हटा सके। हालांकि मानसिक रूप से मंद नंदू (मयंक गांधी) काली की जान बचा लेता है और उसका इलाज करके उसे ठीक कर देता है। जिस अस्पताल में गर्भवती गौरी को प्रसूति के लिए भर्ती कराया जाता है, उसी समय वहां नंदू और उसका परिवार काली को भी भर्ती कराते हैं। क्या युग यह जान पाएगा कि काली जिंदा है और इसी अस्पताल में है।