मुंबई। आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को 141 साल पूरे हो गए है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की नीव ‘‘नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर एसोसिएशन’’ नामक एक एसोसिएशन के रूप में रखी गई। आपको बता दें इसकी शुरूआत में चर्चगेट इलाके में हार्निमन सर्कल के टाउनहॉल के पास एक बरगद के पेड़ के नीचे 318 लोगों ने 1 रुपए के प्रवेश शुल्क के साथ शेयर बाजार में कदम रखा था। जहां दलाल इकठा होकर शेयरों का सौदा करते थे। एक दशक बाद दलाल मेडोज स्ट्रीट और एमजी रोड जंक्शन पर बरगद के पेड़ के नीचे जुटने लगे। बाद में यह जगह दलाल स्ट्रीट के रूप में विख्यात हो गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसिटिव इंडेक्स (बीएसई सेंसेक्स) लाखों भारतीयों की जीवन रेखा है। इसे बीएसई-30 या सिर्फ सेंसेक्स के नाम से भी जाना जाता है। भारतीय पूंजी बाजार के विकास में इस एक्सचेंज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इसके सूचकांक पर दुनियाभर की निगाहें रहती हैं। भारत के अलग-अलग सेक्टर्स की 30 प्रमुख, सक्रिय और वित्तीय रूप से मजबूत कंपनियां इस बाजार का संचालन करती हैं। ये कंपनियां भारतीय अर्थव्यवस्था का भी प्रतिनिधित्व करती हैं। जर्मनी स्थित ड्यूश बोर्स और सिंगापुर एक्सचेंज बीएसई के स्ट्रेटेजिक पार्टनर के रूप में जुड़े हुए हैं। बीएसई में 5000 से अधिक कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इस लिहाज से ये दुनिया का सबसे बड़ा एक्सचेंज है। पिछले 140 साल से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय बाजार की पूंजी व्यवस्था का निर्धारण कर रहा है। एशिया के इस सबसे पुराने एक्सचेंज की स्थापना का श्रेय चार गुजराती और एक पारसी शेयर ब्रोकर्स को जाता है। ये सभी 1850 के आसपास अपने कारोबार के सिलसिले में मुंबई (तब बॉम्बे) के टाउन हॉल के सामने बरगद के एक पेड़ के नीचे बैठक किया करते थे। इन ब्रोकर्स की संख्या में साल दर साल बढ़ोत्तरी होती रही। 1875 में इन्होंने अपना श्द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन्य बना लिया। साथ ही दलाल स्ट्रीट पर एक ऑफिस भी खरीद लिया जिसे आज श्बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज्य के नाम से जाना जाता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने 25 जनवरी 2001 को डॉलेक्स-30 लॉन्च किया था। इसे बीएसई का डॉलर लिंक्ड वर्जन कहा जाता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का 11वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज मार्केट है। यह खिताब बीएसई को बाजार पूंजी के आधार पर मिला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सजेंच 1320 अरब (1.32 ट्रिलियन) की कुल बाजार पूंजी को संचालित करता है। नंबर ऑफ ट्रांजेक्शंस के आधार पर बीएसई दुनिया का पांचवां बड़ा एक्सचेंज है।