लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एटीएम सेवा समय से शुरू नहीं होने से लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोग सुबह आठ बजे लाइन में तो लग गए, लेकिन कहीं दोपहर में एटीएम खुला तो कहीं खुला ही नहीं।
बताया जा रहा है कि लखनऊ सहित पूरे उत्तर प्रदेश के लिए दो हजार करोड़ की मांग की गई थी, लेकिन अपेक्षित धनराशि नहीं पहुंच सकी। ऐसी स्थित में पूरे दिन आम शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालात यह था कि कहीं कहीं पर मारपीट की स्थित आ गई। पुलिस फोर्स की निगरानी में लोगों ने एटीएम से पैसे निकाले।
500 और 1000 के नोट बंद होने के दो दिन बाद शुक्रवार से एटीएम सेवा शुरू होनी थी, लेकिन सुबह जब लोग नजदीकी बैंक के एटीएम पर पहुंचे तो अधिकतर एटीएम पर ताले लटक रहे थे, जबकि अन्य में कैश नहीं था। यही नहीं सैकड़ों की संख्या में एटीएम तो खुले ही नहीं। बता दें अकेले राजधानी में 1000 से ज्यादा एटीएम है, उसके बावजूद लगभग 80 फीसदी एटीएम का संचालन ही नहीं हुआ।
लोगों का कहना है कि वे सुबह से ही एटीएम के बाहर खड़े हैं, लेकिन कहीं ताला जड़ा है तो कहीं कैश ही नहीं है। हालांकि लोग सरकार के इस कदम का स्वागत तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इस अव्यवस्था से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लोगों का कहना है कि दो हजार ही निकल जाए तो रोजमर्रा की चीजों का जुगाड़ हो जाए। बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 2000 करोड़ रुपये के नए नोट की डिमांड रखी गई थी, लेकिन पूरा धन नहीं पहुंचा, जिसकी वजह से यह समस्या आ रही है।
वहीँ जहां तक बैंकों से पैसे निकालने का मामला है तो कई बैंकों में कर्मचारी दोपहर बाद बैंकों में पहुंचे और फिर धन का वितरण शुरू किया गया। बैंकों और खुले हुए एटीएम के सामने लंबी कतारें देखने को मिली। गौरतलब है कि आज से लोग अधिकतम 2000 रूपए के नए नोट निकाल सकते हैं। 18 नवम्बर के बाद से यह राशि 4000 होगी।
आरबीआई ने 60 लाख बांटे
गोमतीनगर स्थित रिजर्व बैंक आफ इंडिया के प्रादेशिक मुख्यालय पर शुक्रवार को 15 सौ लोगों को रुपए बांटे गए। इस दौरान शुक्रवार को सभी चार-चार हजार रुपए पूरी औपचारिकता अदा करने के बाद दिया गया। शाम चार बजते ही जो लोग गेट के अंदर तक जो लाइन लगाए हुए थे उन्हें रोक कर गेट बंद कर दिया गया और सबको पेमेंट किया गया। जबकि गेट से बाहर वालों को दूसरे दिन आने को कहा गया।