लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) छोड़ चुके आरके चैधरी ने प्रेस क्लब में सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘‘26 जुलाई को लखनऊ में रैली कर अपनी ताकत दिखायेंगे। यह निर्णय प्रमुख कार्यकर्ताओं की कोर कमेटी के साथ हुई बैठक में लिया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बसपा छोड़ने के पीछे स्थापना के समय की नीतियों का उलट जाना है। कभी ऐसा समय रहा कि 10 से 50 रुपये तक के चंदे से पार्टी बड़े-बड़े कार्यक्रम करती थी। समर्पित कार्यकर्ताओं को चंदा देकर चुनाव लड़ाती थी, लेकिन अब परिस्थियो बिलकुल उलट हैं। मायावती न तो समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट ही दे रहीं हैं और न ही गरीब कार्यकर्ता को चंदा देना ही मुसासिब समझ रहीं हैं।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न दलों के नेताओं ने संपर्क साधा है, लेकिन अभी किसी दल में जाने का कोई निर्णय नहीं लिया है। कोर कमेटी से बात करने के बाद पहली नजर में बीएस फोर को जिन्दा करना ही उचित लग रहा है। फिर भी अंतिम निर्णय 26 जुलाई को होने वाली रैली के बाद ही होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्वामी प्रसाद मौर्या से बातचीत कर हमने पार्टी छोड़ने की वजह बताई है। उन्होंने भी अपने दुख को साझा किया है। मगर कोई राजनैतिक नहीं हुई है। बावजूद इसके हम प्रयास कर रहे हैं कि आने वाले समय में बसपा से निष्कासित सभी नेता एक मंच पर आएं।’’ रैली में स्वामी प्रसाद मौर्या के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘हमने मौर्या जी को इन्वाइट नहीं किया है। हम सभी लोग अलग अलग अपनी ताकत दिखायेंगे। फिर समीकरण बनने पर एक मंच पर आने का प्रयास भी करेंगे।’’