मुम्बई। अमेरिकी चुनाव में ट्रंप की जीत और बड़े नोटों पर लगे प्रतिबंध ने महज 15 मिनट में ही कारोबारी बाजार के 6 लाख करोड़ को देखते ही देखते पलीता लगा दिया।
इतना ही नही इसका असर वैश्विक बाजार पर भी देखने को भी मिला। बुधवार के तड़के ही खलबली का अलाम यहमिनटों में BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन 57,3827 करोड़ रुपए गिरकर 1.11 लाख करोड़ से 1.05 लाख करोड़ पर आ गया।
मार्केट में कोहराम का हाल यह था कि 2000 स्टॉक्स में से 1875 स्टॉक्स लाल निशान पर ट्रेडिंग कर रहे थे और केवल 85 स्टॉक्स ही ग्रीन पर ट्रेडिंग कर रहे थे। सेंसेक्स 1600 अंकों की गिरावट के साथ खुला जो 25 अगस्त के बाद सबसे बड़ी गिरावट थी।
हालांकि बाजार के हालात धीरे-धीरे सुधरी। विशेषज्ञों का कहना है कि मार्केट गिरेगा इसका अंदाजा पहले से था। नोट बैन और ट्रंप की बढ़त इसका कारण है। सेंसेक्स अब 26,649 अंकों पर और निफ्टी 8237 पर कारोबार कर रहा है।
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