एचआईवी से संक्रमित कई मरीज इलाज मिलने से पहले ही दम तोड़ देते हैं। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशालय की एक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में अब तक दो हजार से अधिक एचआईवी पीड़ितों ने इलाज शुरू होने से पहले दम तोड़ दिया। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति में सीडी-4 काउंट चाहे जो हो उसका तुरंत इलाज शुरू किया जाएगा। यह नियम इलाज के लिए अधिकृत सभी अस्पतालों में अनिवार्य कर दिया गया है। असल में एचआईवी पॉजिटिव संक्रमित हर व्यक्ति एड्स का मरीज नहीं होता। इसलिए पहले एचआईवी संक्रमित जिन मरीजों का सीडी-4 (कलस्टर डिफ्ररेंसिएशन-4) काउंट 500 होता था उनका ही इलाज शुरू करने का प्रावधान था। बाद में इसे घटाकर 200 तक लाया गया था।
लेकिन अब सीडी-4 काउंट के न्यूनतम स्तर को समाप्त कर दिया गया है। दिल्ली राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी के अतिरिक्त परियोजना निदेशक डॉ. प्रवीण कुमार ने कहा कि संक्रमित व्यक्ति में सीडी-4 काउंट चाहे जो हो उसका इलाज तुरंत शुरू होगा।