फ्रांस की राजधानी पेरिस में ईंधन कर में बढ़ोतरी के खिलाफ लोगों का ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन हिंसक हो चुका है। ये विरोध प्रदर्शन अब बेल्जियम और नीदरलैंड तक पहुंच गया है। पुलिस और ‘येलो वेस्ट’ प्रदर्शनकारियों के बीच शनिवार को हुई भिड़ंत से तनाव और ज्यादा बढ़ गया, जिसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस का प्रयोग किया। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद, प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप ने कहा कि अब तक 481 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 200 लोग सिर्फ शनिवार को गिरफ्तार किए गए थे। सरकार को आशंका है कि आने वाले दिनों में विरोध प्रदर्शन और उग्र हो सकता है।
सरकार के विरोध में प्रदर्शन करते हुए शनिवार को लगभग 5,000 प्रदर्शनकारी पेरिस शहर के बीचो-बीच जमा हो गए। विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पेरिस में लगभग 8,000 अधिकारियों और 12 सशस्त्र वाहनों को तैनात किया गया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर पूरे देश में लगभग 90,000 सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। दूसरी तरफ राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आंदोलन रोकने के लिए अब तक कोई ठोस फैसला नहीं किया है। प्रदर्शनकारी सरकार के विरोध में ‘मैक्रों इस्तीफा दो’ के नारे के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं। पेरिस में व्यापक प्रदर्शन के कारण हाई अलर्ट जारी किया गया है।
क्या है येलो वेस्ट आंदोलन?
बता दें कि फ्रांस में ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर आम लोगों में बहुत गुस्सा है। इसके लिए ये लोग सीधेतौर पर राष्ट्रपति मैंक्रो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। इसी के विरोध में अक्टूबर में सोशल मीडिया पर ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन की शुरुआत हुई। चूंकि ये प्रदर्शनकारी पीली जैकेट पहनकर आंदोलन कर रहे हैं, इसलिए इन्हें ‘येलो वेस्ट’ नाम दिया गया है।