अमेरिका ने अफगानिस्तान में 17 साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए तालिबान के साथ अपनी शांति वार्ता में ”उल्लेखनीय प्रगति” की है. ट्रंप प्रशासन के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी है. हालांकि, ”अफगानिस्तान रेकन्सिलिएशन” के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जालमे खलीलजाद ने कहा है कि अभी भी किसी चीज को अंतिम रूप नहीं दिया गया है. अफगानिस्तान में जन्मे खलीलजाद ने कतर के दोहा में तालिबान के प्रतिनिधियों के साथ छह दिनों की बातचीत के बाद ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी.
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अब वह अफगानिस्तान की निर्वाचित सरकार से बाचतीत के लिए काबुल रवाना हुए हैं. खलीलजाद ने शनिवार को कहा, ”दोहा में छह दिनों के बाद मैं विचार-विमर्श के लिए अफगानिस्तान जा रहा हूं. यहां पर हुई बैठकें पूर्व में हुई बातचीत से ज्यादा उपयोगी हैं. महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमने उल्लेखनीय प्रगति की है.” उन्होंने कहा, ”हम शीघ्र ही फिर से विचार-विमर्श और वार्ता शुरू करेंगे. हमारे पास कई मुद्दे हैं जिस पर काम करना है. जब तक सब सहमत नहीं होते, तब तक कुछ भी नहीं किया जा सकता, और ‘सबकुछ’ में एक ‘अंत: अफगान संवाद’ और व्यापक युद्ध विराम शामिल होना चाहिए.”
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अमेरिका के शीर्ष राजनयिक ने इस दौर की बातचीत के लिए सुविधा प्रदान करने और सकारात्मक सहभागिता के लिए कतर को धन्यवाद दिया. पिछले साल सितंबर में नियुक्त किये जाने के बाद से खलीलजाद ने अमेरिका की लंबी लड़ाई को समाप्त करने के प्रयास के तहत सभी पक्षों से मुलाकात की है. 2001 में अमेरिका की अगुवाई में आक्रमण के बाद से तालिबान अभी, उस समय के मुकाबले कहीं ज्यादा शक्तिशाली है और अफगानिस्तान के करीब आधे भू-भाग पर उसका कब्जा है.
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