समाजवाद के प्रखर नेता जॉर्ज फर्नांडिस नहीं रहे। उनका मंगलवार की सुबह निधन हो गया। जॉर्ज फर्नांडिस का बिहार से गहरा रिश्ता था। वे जनता दल के संस्थापक सदस्य थे। उनके निधन से पूरे बिहार में शोक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। वहीं राजनीतिक गलियारों में हर कोई दुखी है। जाॅर्ज फर्नांडिस के निधन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, केंद्रीय मंत्री रामविालास पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत तमाम नेताओं ने दुख जताया। जदयू, राजद, भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य दलों में शोक की लहर है।
गैर कांग्रेस दलों की अगुआई करने वाले जाॅर्ज फर्नांडिस ने दिल्ली में पत्नी लैला फर्नांडिस के आवास पर अंतिम सांस ली। वे पिछले 10 सालों से बीमार थे। उन्हें अल्जाइमर की बीमारी थी। इन दिनों उन्हें स्वाइन फ्लू हो गया था। दिल्ली के मैक्स अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन वे नहीं बच सके।
बिहार के राज्यपाल लालजी टंडन ने भी जॉर्ज के निधन पर दुख जताया है तथा ट्वीट कर कहा कि जार्ज फर्नांडिस सादा जीवन, उच्च विचार से प्रेरित रहे। वहीं सीएम नीतीश कुमार ने कहा, जॉर्ज साहब की भरपाई असंभव है। उनके निधन से राजनीतिक जगत को गहरा झटका लगा है। वे ट्रेड यूनियन के लीडर थे तथा न्याय के लिए जाने जाते थे। देश ने बड़ी राजनीतिक शख्सियत को खो दिया। उन्हाेंने मजदूरों के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद ने दुख जताते हुए कहा कि जॉर्ज साहब के निधन से गहरा दुख पहुंचा है। वे हमेशा याद आएंगे।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि वे कई बार जॉर्ज साहब से मिले थे। वे मजदूरों के लिए हमेशा लड़ते रहे। वे समाज के वंचित लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए हमेशा आगे रहे। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने भी उन्हें संघर्षशील नेता बताया। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि गैर कांग्रेस राजनीति में उनका अहम योगदान था। बिहार से उनका गहरा नाता था। उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी दुख जताया है। उन्होंने कहा कि जॉर्ज साहब के रास्ते पर युवाओं को चलने की जरूरत है।