गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान महंत यति नरसिंहानंद द्वारा पैगंबर मोहम्मद और कुरान के खिलाफ की गई विवादित टिप्पणी से देशभर में तनाव फैल गया है। इस बयान ने मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को आहत किया है, जिससे AIMPLB (ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड) के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने गहरी नाराजगी जताई है।
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उन्होंने नरसिंहानंद की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है, यह चेतावनी देते हुए कि अगर इस बयान पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो इसका असर देश की शांति और सौहार्द पर पड़ सकता है।
बयान से मची हलचल
खबरों के अनुसार, यति नरसिंहानंद ने गाजियाबाद में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान इस्लाम, पैगंबर मोहम्मद और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद पूरे मुस्लिम समुदाय में आक्रोश फैल गया। AIMPLB के अध्यक्ष खालिद सैफुल्लाह रहमानी ने इसे न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि पूरे देश की शांति के लिए खतरा बताया है। उन्होंने कहा, “नरसिंहानंद का बयान सीधे तौर पर मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। अगर युवा भड़के, तो हालात बेकाबू हो सकते हैं, जिससे पूरे देश की शांति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।”
गिरफ्तारी की मांग
AIMPLB के अध्यक्ष ने नरसिंहानंद की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे भड़काऊ बयान से सांप्रदायिक सौहार्द पर गहरा असर पड़ सकता है और इससे सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंच सकता है। उनके अनुसार, “नरसिंहानंद के बयान से अगर युवा प्रतिक्रिया में उग्र हो गए, तो स्थिति नियंत्रण से बाहर जा सकती है और इसका असर देश के कई हिस्सों में फैल सकता है।”
प्रशासन के लिए चुनौती
इस मामले ने प्रशासन के लिए एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। गाजियाबाद और आसपास के इलाकों में पुलिस को सतर्क कर दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके। मुस्लिम संगठनों और अन्य सामाजिक संगठनों ने इस बयान की कड़ी निंदा करते हुए सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है।
भड़काऊ बयान पर सख्त कार्रवाई की मांग
AIMPLB और अन्य मुस्लिम संगठनों का कहना है कि यदि ऐसे भड़काऊ बयान देने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं की गई, तो इसका असर पूरे देश में हो सकता है। उन्होंने कहा कि देश में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे।
तनाव का माहौल
नरसिंहानंद का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश पहले से ही सांप्रदायिक मुद्दों पर संवेदनशील है। इससे पहले भी उनके कई विवादित बयान सुर्खियों में रहे हैं, जो अक्सर सांप्रदायिक तनाव को बढ़ाते हैं। पुलिस और प्रशासन को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
विपक्ष का बयान
विपक्षी दलों ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देश की एकता और अखंडता के लिए हानिकारक हैं और सरकार को नरसिंहानंद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इस बयान के बाद देश में सांप्रदायिक माहौल बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। प्रशासन पर दबाव है कि वह जल्द से जल्द कार्रवाई करे, ताकि देश की शांति और सुरक्षा बनी रहे।